झारखंड में पॉपुलर फ्रंट पर लगाए गए प्रतिबंध को वापस लेने की मौलाना वली रहमानी की मांग

   

प्रसिद्ध इस्लामी विद्वान और इमारते शरिया बिहार, झारखंड व उड़ीसा के अमीर मौलाना मोहम्मद वली रहमानी ने आज एक बयान जारी करते हुए झारखंड में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर लगाए गए सरकारी प्रतिबंध पर अपनी असहमति जताई।

उन्होंने कहा कि “मीडिया द्वारा मुझे पता चला कि झारखंड सरकार ने एक सरकारी नोटिस जारी करके पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की गतिविधियों पर दोबारा प्रतिबंध लगा दिया है। राज्य सरकार ने पिछली बार भी बड़ी जल्दबाजी में झूठे और मनगढ़ंत आरोपों को आधार बनाकर संगठन पर प्रतिबंध लगाया था, जिसे बाद में झारखंड हाई कोर्ट ने खारिज कर दिया था। राज्य सरकार ने विभिन्न तरीकों से अत्याचार की शिकार जनता की आवाज़ को दबाने के उद्देश्य से एक बार फिर बेबुनियाद आरोपों के आधार पर संगठन को प्रतिबंधित किया है। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया सरकारी आतंकवादी कार्यवाईयों के शिकार लोगों की सहायता करता आया है और यह प्रतिबंध इसी सहायता को रोकने के लिए लगाया गया है।”

मौलाना वली रहमानी ने राज्य सरकार के इस कदम को निंदनीय करार देते हुए इसे जनता, संविधान और सबके साथ इंसाफ की सोच के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा कि “मुझे इस बात से बहुत ज्यादा तकलीफ होती है कि देशभर में संघ परिवार के मातहत बीजेपी शासित राज्य जानबूझ कर इस तरह की परिस्थितियां पैदा कर रहे हैं।”

मौलाना ने आगे कहा के सांप्रदायिक ताकतों के नफरत फैलाने और समाज को बांटने के एजेंडे के तहत पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया जैसे संगठनों को अत्यंत गैर कानूनी कार्रवाईयों और सत्ता के दुरुपयोग का सामना करना पड़ता है।