झारखंड में मॉब लिंचिंग के खिलाफ UP में बवाल, लाठीचार्ज, इंटरनेट सेवाओं पर रोक

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मेरठ : झारखंड में मॉब लिंचिंग की घटना को लेकर रविवार शाम मेरठ शहर में बवाल हो गया। झारखंड में तबरेज अंसारी की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या करने की घटना को लेकर रविवार देर शाम ‘युवा सेवा समिति’ के बैनर तले ‘फैज-ए-आम इंटर कॉलेज’ में सभा की गई। इसके बाद बड़ी संख्या में लोगों ने बिना पूर्वानुमति के जुलूस निकाला। सोमवार सुबह मेरठ के मवाना में भी हजारों की संख्या में लोगों ने मस्जिद के बाहर जुलूस निकालने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस ने यहां भी लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ दिया। मौके पर पुलिस फोर्स तैनात की गई है। पुलिस ने कई जगह जुलूस रोकने की कोशिश की। उत्तर प्रदेश के मेरठ में तनावपूर्ण शांति के मद्देनजर जिला प्रशासन ने एहतियाती तौर पर जिले में अगले आदेश तक इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

जानकारी के अनुसार मवाना थानाक्षेत्र में मील रोड पर स्थित मस्जिद में काफी संख्या में लोग एकत्र हुए थे। यहां मस्जिद के भीतर हजारों की संख्या में लोग उलेमा के संबोधन को सुन रहे थे। इसी दौरान मस्जिद के आसपास सैंकड़ों की संख्या में लोग इकठ्ठा हो गए। यहां मौजूद भीड़ ने तबरेज अंसारी की हत्या के विरोध में जुलूस निकालने का प्रयास किया। इस दौरान मस्जिद के बाहर तैनात पुलिस फोर्स ने लोगों को लाठी चार्ज कर खदेड़ दिया। पुलिस के अनुसार सुरक्षा को देखते हुए फोर्स मौके पर ही मौजूद है। हालांकि क्षेत्र में शांति बनी हुई है।

इस दौरान कई लोग घायल हो गए। पांच पुलिसर्किमयों को भी चोट आई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नितिन तिवारी ने बताया कि शहर में धारा 144 लागू है। ‘फैज-ए-आम कॉलेज’ में बिना अनुमति सभा की गई और उसके बाद बिना अनुमति के जुलूस निकालने की कोशिश की गई। पुलिस के रोकने पर कुछ लोगों ने पथराव किया।

उन्होंने बताया कि पुलिस से हाथापाई और पथराव के आरोप में 10 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है। घटना के बाद शहर के संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पुलिस ने 70 नामजद सहित एक हजार लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है। तिवारी ने बताया कि सभी मोबाइल और निजी इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। केवल बीएसएनएल ब्रॉडबैंड को इससे बाहर रखा गया है।

विवरण : मॉब लिंचिंग के विरोध में रविवार को फैज-ए-आम कॉलेज में युवा सेवा समिति अध्यक्ष बदर अली की ओर से सभा का आयोजन कर हापुड़ अड्डा चौराहा तक जुलूस निकालने का कार्यक्रम तय किया गया था। जिसके लिए प्रशासन से अनुमति मांगी गई थी। लेकिन वर्तमान माहौल और धारा 144 का हवाला देते हुए प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। इसके बाद बदर अली ने एलान किया वह जुलूस नहीं निकालेंगे। लेकिन फैज-ए-आम इंटर कॉलेज के मैदान में शोक सभा आयोजित करेंगे। इस पर भी प्रशासन ने इनकार कर दिया। इसके बाद फैज-ए-आम के बाहर दोपहर से ही पुलिस तैनात कर दी गई। लेकिन बदर अली के एलान पर बड़ी संख्या में लोग फैज-ए-आम कॉलेज पहुंचे और वहां जनसभा की। जैसे ही अफसरों को पता चला कि सभा में भीड़ जुट गई है तो सीओ कोतवाली दिनेश शुक्ला, एएसपी रामअर्ज और कई थानों की फोर्स वहां पहुंच गई। कॉलेज की घेराबंदी कर जुलूस न निकालने की अपील की। एसओ सदर विजय गुप्ता लाउड स्पीकर से भीड़ को समझाने में लगे रहे। लेकिन पुलिस फोर्स कम होने के कारण भीड़ नहीं रुकी और हापुड़ अड्डा चौराहा की तरफ कूच कर दिया। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने रोकने का भी प्रयास किया। लेकिन भीड़ उन्हें धकियाते हुए आगे बढ़ गई।

जुलूस शुरू होने की सूचना कंट्रोल रूम को दी गई और पूरे शहर की फोर्स बुला ली गई। लोग हाथ में तिरंगा व काले झंडे लेकर चलते रहे। फैज-ए- आम से जली कोठी, खैरनगर, बुढ़ाना गेट की तरफ जुलूस बढ़ने लगा। इंदिरा चौक पर पुलिस, पीएसी और आरआरएफ ने जुलूस रोकने की कोशिश की तो कुछ लोगों ने सीओ से हाथापाई कर दी। जैसे ही पुलिस पर पथराव शुरू हुआ तो एसपी सिटी एएन सिंह ने लाठीचार्ज कर दिया। बखेड़े की सूचना पर एसएसपी नितिन तिवारी, एसपी क्राइम डॉ. बीपी अशोक, एसपी ट्रैफिक संजीव वाजपेयी, एसपी देहात अविनाश पांडेय और शहर के सभी सीओ और इंस्पेक्टर मौके पर पहुंच गए। भीड़ द्वारा पथराव और भगदड़ में कई लोग घायल हो गए।