पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने टीपू सुल्तान को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने मैसूर के 18वीं शताब्दी के शासक की प्रशंसा करते हुए कहा है कि टीपू ने ‘दासता का जीवन जीने’ के बजाय स्वतंत्रता के लिए मरना पसंद किया।
जागरण डॉट कॉम के अनुसार, खान ने शनिवार को ट्वीट किया, ‘आज 4 मई को टीपू सुल्तान की पुण्यतिथि है – एक व्यक्ति जिसकी मैं प्रशंसा करता हूं, क्योंकि वह आजादी पसंद करता है और अपनी जिंदगी जीने के लिए लड़ता है।’
Today 4th May is the death anniversary of Tipu Sultan – a man I admire because he preferred freedom and died fighting for it rather than live a life of enslavement.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) May 4, 2019
यह पहली बार नहीं है जब इमरान खान ने टीपू सुल्तान की वीरता की प्रशंसा की है। फरवरी में पुलवामा आतंकी हमले के बाद बढ़े भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच संसद के संयुक्त बैठक में प्रधानमंत्री ने सुल्तान की वीरता की सराहना की थी।
टीपू सुल्तान के बारे में कहा जाता है कि टीपू ने चौथे एंग्लो-मैसूर युद्ध में बहादुरी से लड़ाई लड़ी, लेकिन श्रीरंगपट्टन की घेराबंदी में मारा गया, क्योंकि फ्रांसीसी सैन्य सलाहकारों ने सुल्तान को गुप्त रास्ते से भागने के लिए कहा था, लेकिन टीपू का जवाब था: ‘भेड़ के रूप में एक हजार साल से एक बाघ के रूप में एक दिन जीना बेहतर है।’