‘डील अॉफ सेंचुरी’ का जल्द ऐलान किया जायेगा- अमेरिका

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अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने “डील ऑफ़ द सेन्चरी” के नाम से कुख्यात अमरीकी-ज़ायोनी साज़िश के निकट भविष्य में एलान करने की सूचना दी है। इरना के अनुसार, बोल्टन ने कहा कि इस्राईल-फ़िलिस्तीनियों के बीच शांति क़ायम करने के लिए अमरीका की ओर से प्रस्तावित योजना “डील ऑफ़ द सेन्चरी” का जल्द ही एलान होगा।

फ़िलिस्तनियों ने इस योजना और वॉशिंग्टन की फ़िलिस्तीन विरोधी कार्यवाहियों के बाद अमरीकी सरकार से हर प्रकार के संपर्क को रद्द किया है। डील ऑफ़ द सेन्चरी अमरीका की नई साज़िश है, जिसका लक्ष्य फ़िलिस्तीनी जनता के अधिकारों को ख़त्म करना है।

डील ऑफ़ द सेन्चरी में, पूर्वी अलक़ुद्स ज़ायोनी शासन को देने, दूसरे देशों में रह रहे फ़िलिस्तीनी शरणार्थियों की वतन वापसी के अधिकार के ख़त्म होने और फ़िलिस्तीनियों के पश्चिमी तट और ग़ज़्ज़ा पट्टी के इलाक़ों पर स्वामित्व को सीमित करने का प्रावधान है।

ग़ौरतलब है कि पश्चिमी तट के बहुत बड़े इलाक़े की इस्राईल ने जनांकिकीय संरचना को बदल दिया है और अभी हाल में ज़ायोनी प्रधान मंत्री नेतनयाहू ने इस भाग को इस्राईल में शामिल करने या वहां पर इस्राईली क़ानून लागू करने की बात कही है।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, डील ऑफ़ द सेन्चरी के तहत अमरीकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने 6 दिसंबर 2017 को पूर्वी अलक़ुद्स को ज़ायोनी शासन की राजधानी के रूप में मान्यता दी और अमरीकी दूतावास को तेल अविव से पूर्वी अलक़ुद्स स्थानांतरित करने का फ़ैसला लिया।

पूर्वी अलक़ुद्स में मुसलमानों का पहला क़िबला मस्जिदुल अक़्सा है। यह फ़िलिस्तीन का अभिन्न अंग और इसमें इस्लाम के 3 पवित्र स्थलों में से एक स्थित है। इस्राईल ने पूर्वी अलक़ुद्स पर 1967 से क़ब्ज़ा कर रखा है।