डेंगू के खिलाफ जन आंदोलन एक मात्र समाधान है: अरविंद केजरीवाल

   

मोती नगर में सोमवार को आचार्य भिक्षु हॉस्पिटल में नये हॉस्पिटल ब्लॉक की आधारशिला रखने के मौके पर मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 2015 में जब हमारी सरकार बनी थी, उस समय दिल्ली में डेंगू के 15000 केस हुए थे।

पूरी दिल्ली में अफरा-तफरी मची हुई थी, अस्पतालों में जहां जगह मिल रही थी, बालकनी में, बरामदे में हर जगह बेड लगवाए जा रहे थे, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इलाज मिल सके। 2015 में डेंगू की वजह से लगभग 60 लोगों की मौत हो गई थी।

पिछले साढ़े चार साल की कड़ी मेहनत के बाद हमने डेंगू पर काफी हद तक काबू पाया है। पिछले साल 15000 का वह आंकड़ा गिरकर 2700 पर आ गया है।

साल 2018 और इस साल सभी विशेषज्ञों ने कहा कि डेंगू का मच्छर एक साइकल में ऑपरेट करता है और हम सबको इस बात के लिए तैयार रहना चाहिए कि डेंगू के मामले बढ़ सकते हैं।

लेकिन दिल्ली के लोगों के सहयोग से पिछले साल डेंगू के मामले नहीं बढ़े। इस साल भी हम लोगों को अपने घरों का निरीक्षण करना है। यह देखना है कि कहीं पर साफ पानी तो ठहरा हुआ नहीं है।

ऐसी जगहों पर मच्छर पनप सकता है। हमने डेंगू के खिलाफ 10 हफ्ते, 10 बजे, 10 मिनट कैंपेन शुरू किया है। मैं दिल्लीवासियों से अनुरोध करता हूं कि सभी इस कैंपेन में शामिल हों। हम सबको मिलकर डेंगू को खत्म करने की जिम्मेदारी उठानी है।