डॉलर के मुकाबले रुपये में तेजी, कल सबसे निचले स्तर 76.20 रुपये पर हुआ था बंद

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डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया कल अपने ऐतिहासिक निचले स्तर पर जा पहुंचा था. कल डॉलर के मुकाबले रुपये में रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई थी और ये 100 पैसे की गिरावट के बाद 76.20 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था. देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले तेजी के साथ बढ़ने का असर करेंसी एक्सचेंज बाजार पर भी दिखाई दिया. अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 100 पैसे की जबर्दस्त गिरावट के बाद 76.20 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ.

 

आज रुपये की चाल
घरेलू शेयर बाजारों में तेजी के साथ शुरुआत के चलते भारतीय रुपया मंगलवार को शुरुआती कारोबार में मामूली बढ़त के साथ अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 18 पैसे मजबूत हुआ.
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 76.02 पर खुला, जो पिछले बंद भाव के मुकाबले 18 पैसे की बढ़ोतरी को दर्शाता है. डॉलर के मुकाबले रुपया सोमवार को 76.20 पर बंद हुआ था.

 

कारोबारियों ने कहा कि सोमवार को रिजर्व बैंक के लिक्विडिटी को बढ़ावा देने के प्रयास के बाद निवेशकों के सेंटीमेंट में सुधार हुआ है. आरबीआई एक लाख करोड़ रुपये के अल्पकालिक परिवर्तनीय रेपो नीलामी करेगा.

 

कल क्यों गिरा रुपया
दरअसल कल भारतीय शेयर बाजारों में भारी गिरावट के चलते डॉलर की मांग तेजी से बढ़ी. इसका असर रुपये की विनिमय दर पर पड़ा. कोरोना वायरस का प्रभाव बढ़ने से शेयर बाजारों में अप्रत्याशित गिरावट आई है. विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की बिकवाली के चलते डॉलर मांग का जोर बढ़ रहा है. विदेशी मुद्रा डीलरों का मानना है कि देश में कोरोना वायरस संक्रमित मामलों की संख्या तेजी से बढ़ने का अर्थव्यवस्था पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है.

 

बाजार में कारोबार की शुरुआत में रुपया 75.90 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर पहुंच गया था, वहीं दिन के उतार चढाव के बाद यह कारोबार खत्म होने के समय 100 पैसे की भारी गिरावट के साथ 76.20 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ.

 

76.30 तक गिरा था रुपया
सोमवार को कारोबार के दौरान रुपये ने 76.30 रुपये प्रति डॉलर का सबसे निचला और 75.86 रुपये प्रति डॉलर का दिन का ऊपरी स्तर छुआ था जिसके बाद आखिर में यह 76.20 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुआ.

 

शुक्रवार को रुपये का लेवल
पिछले हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर 75.20 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुई थी.

 

क्यों डॉलर में खरीदारी बढ़ी है
देश दुनिया में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी के साथ फैलने के बाद से आर्थिक गतिविधियों को गहरा झटका लगा है. विदेशी निवेशक शेयरों में भारी बिकवाली कर रहे हैं और डॉलर ले रहे हैं. उन्होंने करीब 11 अरब डॉलर की बिकवाली की है. इस संक्रमण की वजह से उद्योग धंधों को बंद रखा जा रहा है, यही वजह है कि शेयर बाजार के साथ ही रुपये की विनिमय दर में भी गिरावट आ रही है.