तालिबान से समझौते के बाद भी अफगानिस्तान से सेना नहीं हटाई जाएगी : डोनाल्ड ट्रंप

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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अगर तालिबान के साथ शांति समझौता हो जाता है तो भी अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों की मौजूदगी बनी रहेगी. हालांकि डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि समझौता होने के बाद अमेरिकी सैनिकों की संख्या में कटौती कर दी जाएगी.

पीटीआई के मुताबिक गुरूवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फॉक्स न्यूज रेडियो को दिए एक साक्षात्कार में कहा, ‘हम अफगानिस्तान में अपने सैनिकों की संख्या 8,600 तक घटाने जा रहे हैं और फिर हम वहां स्थायी निर्धारण करेंगे. हम हमेशा वहां मौजूद रहेंगे.’ उन्होंने आगे कहा कि अगर भविष्य में अफगानिस्तान से अमेरिका पर कोई हमला होता है तो ‘हम इतनी बड़ी सेना के साथ लौटेंगे जो पहले कभी नहीं देखी गई होगी.’

अमेरिका और तालिबान के बीच पिछले करीब एक साल से कतर में चल रही बातचीत इस समय अंतिम दौर में है. खबरों के मुताबिक दोनों पक्ष एक शुरूआती समझौते पर सहमत भी हो गए हैं. बताया जाता है कि इस समझौते के तहत अब अमेरिका अफगानिस्तान से अपने सैनिकों को निकालने की प्रक्रिया शुरू करेगा. हालांकि, समझौते से जुड़ी ज्यादा जानकारी अभी सार्वजनिक नहीं की गयी है. बीते 11 अगस्त को बातचीत संपन्न होने के बाद दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों ने साफ़ कर दिया था कि समझौते के आधिकारिक ऐलान से पहले वे अपने शीर्ष नेतृत्व से बातचीत करेंगे.

इस वार्ता में शामिल अमेरिका के विशेष दूत जलमय खलीलजाद ने ट्वीट कर बताया था, ‘अमेरिका और तालिबान के बीच तीन अगस्त से शुरू हुई वार्ता का यह चरण समाप्त हो गया है. पिछले कुछ दिनों में दोनों पक्षों ने तकनीकी पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया. बातचीत सार्थक रही है. अगले कदम पर विचार-विमर्श के लिए मैं वापस वाशिंगटन लौट रहा हूं.’

उधर, तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने जानकारी देते हुए कहा था, ‘दोहा में चल रही आठवें दौर की वार्ता बीती मध्य रात के बाद संपन्न हो गयी. काम काफी कठिन था. दोनों पक्ष अगले कदमों के लिए अपने-अपने संबंधित नेतृत्व से विचार-विमर्श पर सहमत हुए हैं.’