तुर्कमान गेट की हज मंज़िल पर ग्रेनेड फेंकने का था इरादा

   

जैश-ए-मोहम्मद के गिरफ्तार दो संदिग्ध आतंकवादी अब्दुल लतीफ गनी उर्फ उमैर उर्फ दिलावर (29) और हिलाल अहमद भट (26) से स्पेशल सेल द्वारा पूछताछ में खुलासा हुआ है कि यह लोग तुर्कमान गेट इलाके में स्थित हज मंजिल पर भी ग्रेनेड से हमला करना चाहते थे। लेकिन यहां यह किसी को मारना नहीं चाहते थे, बल्कि ग्रेनेड फेंककर दिल्ली में सांप्रदायिक तनाव पैदा करना चाहते थे। इसके अलावा इन्होंने अन्य चार जगहों पर और हमले की तैयारी की थी। इनमें से कुछ में ग्रेनेड फेंकते हुए भाग जाना था, तो कुछ जगह ग्रेनेड टाइम बम को लगाकर लोगों की हत्याएं करना था।

हज मंजिल के अलावा इनका इरादा वजीराबाद-नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली से होकर गुजर रही आईजीएल की गैस पाइप लाइन में ब्लास्ट करने का भी था। जामा मस्जिद के आसपास पुरानी दिल्ली के भीड़भाड़ वाली जगहों की भी इन्होंने रेकी की थी, ताकि यहां धमाका किया जा सके। इसके अलावा 26 जनवरी पर राजपथ प्राइम टारगेट पर था और अगर यहां कामयाबी ना मिली तो इंडिया गेट पर ही ग्रेनेड फेंकना इनका मकसद था।

दिल्ली में 5वीं जगह पर हमला करने के रूप में इनका इरादा कुछ वीवीआईपी कॉलोनियां थीं। इनमें सबसे बड़ा टारगेट ब्यूरोक्रेट थे। इनमें से कुछ ऐसी कॉलोनियों को निशाना बनाना इनका मकसद था, जहां सुरक्षा के इंतजाम कम थे। इनका हैंडलर अबू मास जैश का कश्मीर ऑपरेशन हेड है, जिसके इशारे पर ही यह लोग काम कर रहे थे। यह भी पता लगा है कि इन लोगों से बाबरी मस्जिद की रेकी करने के लिए भी कहा गया था।

अभी यह नहीं पता चला है कि मास पाकिस्तान में ही बैठा है या फिर उसने कश्मीर में भी किसी जगह अपने छिपने का कोई नया ठिकाना बना लिया है। 26 जनवरी से दो दिन पहले स्पेशल सेल के एसीपी अतर सिंह और इंस्पेक्टर शिव कुमार की टीम द्वारा जैश के इन दो कथित आतंकवादियों को पकड़कर दिल्ली को सुरक्षित बनाने के ऑपरेशन में यह भी पता लगा है कि मामले में दो से तीन कथित आतंकियों को और पकड़ा गया है।

इन्हें जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इन दोनों की निशानदेही पर वहीं से पकड़ा है। यह सब लतीफ के साथ जुड़े हुए थे। जबकि लतीफ मास के लिए काम कर रहा था। सेल के सूत्रों ने बताया कि इन आतंकवादियों ने हैंड ग्रेनेड को टाइम बम बनाने में भी महारथ हासिल कर ली है। पूछताछ में इन दोनों ने बताया है कि वह ग्रेनेड में बैटरी और टाइमर लगाकर रिमोट के माध्यम से भी धमाका कर सकते हैं। इसकी ट्रेनिंग भी उन्होंने ली है। आतंकवादियों का यह ग्रुप वाट्सऐप पर ही आपस में बातें करता है। अभी इस तंजीम में कुछ और आतंकवादियों के बारे में इनपुट मिले हैं।

बता दें कि दिल्ली को दहलाने का मंसूबा पाले इन दो कथित आतंकवादियों को सेल की टीम ने गिरफ्तार किया था। इसके बारे में गुरुवार को खुलासा किया गया था। इनमें से एक लतीफ को दिल्ली से और हिलाल को घाटी से पकड़ा गया था। इनके पास से दो हैंड ग्रेनेड, एक सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल और 26 जिंदा कारतूस समेत कुछ मोबाइल फोन वगैरह बरामद किए गए थे।

(साभार: नवभारत टाइम्स)