तुर्की, ईरान और रुस मिलकर तय करेंगे सीरिया का भविष्य!

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सीरिया के बारे में ईरान, रूस और तुर्की की शिखर बैठक फ़रवरी में आयोजित होगी। रूसी विदेश मंत्री ने सोमवार को कहा कि सीरिया के बारे में रूस, ईरान और तुर्की के राष्ट्राध्यक्षों की चौथी शिखर बैठक फ़रवरी में आयोजित होगी।

सिर्गेई लावरोफ़ ने आस्ताना में क़ज़्ज़ाक़िस्तान के विदेश मंत्री बेबूत अतामकुलोफ़ से मुलाक़ात के बाद कहा कि रूसी विदेश मंत्रालय इस बारे में जल्द ही विज्ञप्ति जारी करेगा। उन्होंने बताया कि यह शिखर बैठक रूस में आयोजित होगी।

ग़ौरतलब है कि आस्ताना वार्ता प्रक्रिया की गैरंटी देने वाले तीन देश ईरान, रूस और तुर्की के राष्ट्राध्यक्षों की पहली शिखर वार्ता 22 नवंबर को रूस के सूची शहर में आयोजित हुयी थी जिसमें ईरानी राष्ट्रपति हसन रुहानी, रूसी राष्ट्रपति व्लादमीर पूतिन और तुर्क राष्ट्रपति रजब तय्यब अर्दोग़ान ने भाग लिया था।

parstoday.com पर छपी खबर के मुताबिक, इस बैठक का दूसरा चरण 4 अप्रैल 2018 को तुर्की की राजधानी अंकारा में आयोजित हुआ था। सीरिया के बारे में ईरान, रूस और तुर्की की तीसरी शिखर बैठक 7 सितंबर 2018 को तेहरान में आयोजित हुयी थी।

रूसी विदेश मंत्री ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय सीरिया शांति वार्ता का बारहवां चरण “आस्ताना-12” फ़रवरी महीने के मध्य में क़ज़्ज़ाक़िस्तान की राजधानी आस्ताना में आयोजित होगा जिसमें सीरियाई सरकार व विपक्ष, रूस, ईरान और तुर्की के प्रतिनिधि तथा संयुक्त राष्ट्र संघ और जॉर्डन के पर्यवेक्षक भाग लेंगे।

सीरिया संकट के हल के लिए अब तक क़ज़्ज़ाक़िस्तान में 11 बैठकें आयोजित हो चुकी है। आस्ताना वार्ता जनवरी 2017 में इस्लामी गणतंत्र ईरान की पहल पर रूस और तुर्की के सहयोग से शुरु हुयी जिसका लक्ष्य सीरिया में शांति क़ायम करना है। इन वार्ताओं का मुख्य नतीजा सीरिया में कम तनाव वाले क्षेत्रों का क़ायम होना है।

सीरिया संकट 2011 से इस देश पर सऊदी अरब, अमरीका और उनके घटकों द्वारा समर्थित आतंकियों के व्यापक हमले से शुरु हुआ, जिसका लक्ष्य क्षेत्र के संकट को ज़ायोनी शासन के हित में बदलना था, लेकिन सीरिया पर हमला करने वाले अपने लक्ष्य साधने में बुरी तरह नाकाम हुए।