शुक्रवार 10 जुलाई को, तुर्की की सर्वोच्च अदालत ने पिछले फैसले को निरस्त कर दिया है, जिसमें 1934 में एक मस्जिद से हागिया सोफिया को एक संग्रहालय में परिवर्तित किया गया था, और साइट पर की जा रही नमाज पर प्रतिबंध लगा दिया था।
तुर्की के सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद अब हागिया सोफिया को एक मस्जिद के तौर पर इस्तेमाल करने का रास्ता साफ हो गया है। इसी बीच तुर्की के राष्ट्रपति रिसेप तियाब एर्दोआन ने ट्विटर पर एक पोस्ट कर मुस्लिम समुदाय को बधाई दी है।
आपको बता दे इसका निर्माण मूल रूप से एक कैथेड्रल चर्च के रूप में छठी शताब्दी में किया गया था हागिया सोफिया दुनिया में बीजान्टिन ईसाई वास्तुकला का सबसे बड़ा उदाहरण है। लेकिन अपने लंबे इतिहास में, यह ईसाई-मुस्लिम दोनों के बीच लड़ाई का एक मूल कारण भी रही है, उस्मानिया सल्तनत (ऑटोमन एम्पायर) ने इसे ईसाईयों से जीत कर मस्जिद में रूपांतरित कर दिया था।
ISTANBUL – The call to prayer (ezan) resounds from the #HagiaSophia. pic.twitter.com/myS4zjkDML
— Byzantine (@byz_observer) July 10, 2020