जमाल ख़ाशुक़जी हत्या: एर्दोगन के दबाव ने प्रिंस सलमान को बेनकाब कर डाला!

   

अमरीकी अख़बार न्यूयार्क टाइम्ज़ ने एक ख़फ़िया रिपोर्ट प्रकाशित कर दी है जिसमें बताया गया है कि सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान वरिष्ठ पत्रकार जमाल ख़ाशुक़जी की हत्या के एक साल पहले ही उनको गोली मारने की बात करने लगे थे।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, यह ख़ुफ़िया रिपोर्ट अमरीकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी की है जिसने सितम्बर 2017 में बिन सलमान की टेलीफ़ोनी बातचीत ट्रेस कर ली थी जिसमें बिन सलमान ख़ाशुक़जी को गोली मारने की बात कर रहे थे।

इस बात चीत के एक साल बाद ख़ाशुक़जी को तुर्की के शहर इस्तांबूल में सऊदी वाणिज्य दूतावास में बुलाकर बेदर्दी से क़त़्ल कर दिया गया।
अमरीकी नेशनल सेक्युरिटी एजेंसी ने अपने रूटीन के अनुसार दुनिया के राजनेताओं की रिकार्टेड टेलीफ़ोन काल और एसएमएस की छानबीन तो उसे बिन सलमान की यह बातचीत नज़र आ गई।

न्यूयार्क टाइम्ज़ ने जो रिपोर्ट प्रकाशित की उसके अनुसार मुहम्मद बिन सलमान ने अपने क़रीबी पत्रकार तुर्की अद्दख़ील से बात करते हुए कहा था कि अगर ख़ाशुक़जी ने सऊदी सरकार पर टिप्पणी करना बंद न किया तो मैं उसे गोली मरवा दूंगा।

उस समय ख़ाशुक़जी ने वाशिंग्टन पोस्ट में ब्लाग लिखना शुरू कर दिया था जिसमें वह सऊदी अरब की नीतियों की आलोचना करते थे, उस समय बिन सलमान सऊदी अरब के भीतर अपने शासन के आधारों को मज़बूत करने और पश्चिमी देशों विशेष रूप से अमरीका में अपनी पब्लिसिटी करवाने में व्यस्त थे।

इस समय जब ख़ाशुक़जी क़त्ल केस में संयुक्त राष्ट्र की ओर से जांच चल रही है ख़ुफ़िया रिपोर्ट का अमरीकी अख़बार में प्रकाशित होना बिन सलमान की मुसीबत बढ़ा देगा।