तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में लोगों के घरों, भूखंडों, अपार्टमेंट फ्लैटों और अन्य गैर-कृषि संपत्तियों को पंजीकृत करने के निर्देश दिए हैं। ऐसा करने के लिए 15 दिनों का समय दिया गया है और ये सभी ऑनलाइन पंजीकृत किए जाएंगे।
केसीआर ने सुझाव दिया कि पंचायत राज और नगर निगम विभागों में सभी स्तरों के अधिकारियों को सभी संपत्तियों को ऑनलाइन पंजीकृत करना चाहिए, जो कि पंजीकरण लेनदेन के लिए धारानी पोर्टल उपलब्ध होने से पहले ऑनलाइन पंजीकृत नहीं हैं।
मंगलवार को मुख्यमंत्री ने धरनी पोर्टल के डिजाइन पर प्रगति भवन में एक उच्च-स्तरीय बैठक की, जो नए राजस्व अधिनियम के कार्यान्वयन का हिस्सा था। उन्होंने निर्देश दिए कि नगर निगम के अधिकारी, जिला, मंडल, ग्राम पंचायतों के अधिकारी संपत्तियों के ऑनलाइन पंजीकरण को जल्दी पूरा करें।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इस प्रक्रिया में तेजी लाने और लोगों को पूरी जानकारी देने के निर्देश दिए कि वे अपनी संपत्तियों को ऑनलाइन पंजीकृत करने में मदद करें। उन्होंने धरनी पोर्टल के माध्यम से भूमि रिकॉर्ड के प्रतिशत को पारदर्शी बनाने के लिए आवश्यक सावधानी बरतने को कहा।
वहीं दूसरी तरफ बात करें राज्य में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या की तो राज्य में कोरोना वायरस के एक लाख से अधिक कोरोना के मामले हो गए हैं। कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले राज्यों में से एक तेलंगाना भी है। तेलंगाना के साथ ही महाराष्ट्र भी एक ऐसा राज्य हैं जहां कोरोना वायरस के सबसे अधिक मामले सामने आए हैं। वहीं, देश में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 52 लाख से अधिक हो गई है। वैश्विक स्तर पर भारत कोरोना के मामलों में दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। गौरतलब है कि कोरोना वायरस का सबसे पहला मामला चीन के वुहान शहर में दर्ज किया गया था। इसके बाद बाकी देशों में भी कोरोना वायरस के मामले सामने आने लगे।