दिल्लीवासियों को जल्द टीका सुनिश्चित करने के लिए ग्लोबल टेंडर निकालें सीएम : कांग्रेस

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नई दिल्ली, 8 मई । दिल्ली सरकार की टीकाकरण नीति पर सवाल उठाते हुए दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की तरफ से बयान जारी कर कहा गया है कि कोरोना महामारी से बचाव का एक मात्र उपाय टीकाकरण है, लेकिन अरविंद केजरीवाल के पास इसको लेकर कोई नीति नहीं है।

प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा, केंद्र सरकार द्वारा अपनाए गए गलत नीति के कारण आज देश में टीके की भारी कमी है ऐसे में सभी दिल्लीवासी को आने वाले समय में टीका लगाने का एक मात्र उपाय है कि दिल्ली सरकार आरोप- प्रत्यारोप की जगह टीके को लेकर ग्लोबल टेंडर जारी करें।

दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने प्रेस वार्ता में 3 करोड़ से भी अधिक टीके डोज की मांग रखी, लेकिन आज के हालात अनुसार यह आने वाले कुछ समय तक मुमकिन नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में दिल्ली सरकार को ग्लोबल टेंडर जारी कर टीका खरीदने चाहिए।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि दिल्ली में करीब 1.5 करोड़ लोग हैं, जो 18 साल से ऊपर के उम्र के हैं। इन 1.5 करोड़ लोगों के लिए करीब 3 करोड़ वैक्सीन के डोज की जरूरत है।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा, अगर हमें अगले तीन महीने में सभी को वैक्सीन लगा देना है, तो 80 से 85 लाख वैक्सीन की डोज प्रतिमाह में हमें जरूरत पड़ेगी और 80 से 85 लाख वैक्सीन प्रतिमाह लगाने के लिए हमें प्रतिदिन तीन लाख डोज लगानी पड़ेगी।

अनिल कुमार के अनुसार, दिल्ली में टीकाकरण पर केजरीवाल झूठ बोल गुमराह कर रहे हैं कि रोजाना 1 लाख टीका लगाए जा रहे हैं, जबकि हकीकत यह है कि पिछले कुछ दिनों में टीके लगाने की रफ्तार में कमी हुई है।

उन्होंने कोविन पोर्टल व दिल्ली सरकार के द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन के हवाले से कहा कि 16 जनवरी से टीकाकरण शुरू होने के बाद से मात्र 2 दिन ही 1 लाख से अधिक टीके लगे।

अनिल कुमार ने कहा कि जिस रफ्तार से टीकाकरण हो रहे उस रफ्तार से अगले वर्ष तक भी 18 वर्ष से अधिक उम्र के वैध नागरिकों का टीकाकरण संभव नहीं होगा। 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चे जिनमें ज्यदातर स्कूल जाते हैं, उनके लिए टीके का कोई अता पता नहीं है, तीसरे लहर में इन्हें प्रभावित होने की बात सामने आ रही है।

उन्होंने केजरीवाल सरकार से टीका केंद्र बढ़ाने व टीके की उपलब्धता सुनिश्चित करने की मांग की है, वहीं कोविन पोर्टल पर पंजीकृत होने के बाद ज्यादातर दिल्लीवासी को टीके लगाने के दिन नहीं मिल पा रहे हैं।

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