दिल्ली- गार्गी कॉलेज छेड़छाड़ मामले में एफआईआर दर्ज

   

दिल्ली: गार्गी कॉलेज की छात्राओं ने आरोप लगाया कि उनके वार्षिक फेस्ट के दौरान दर्जनों बाहरी लड़कों ने कॉलेज में तोड़-फोड़ की। छात्राओं ने इस दौरान छेड़खानी करने का भी आरोप लगाया है। इस दौरान पुलिस पर भी बदमाशों को नियंत्रित नहीं करने के आरोप लगाए हैं। लोकसभा और राज्यसभा में भी विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को उठाया। हालांकि अब दिल्ली पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है।

दिल्‍ली के गार्गी कॉलेज की छात्राओं ने आरोप लगाया है कि उनके सालाना कॉलेज फेस्‍ट के दौरान कैंपस में जबरदस्‍ती घुस आए लोगों ने उनका यौन उत्‍पीड़न किया जबकि वहां खड़े सुरक्षाकर्मी और पुलिसवाले बस देखते रहे और कुछ नहीं किया। प्रत्‍यक्षदर्शियों और छात्राओं व शिक्षकों के सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्‍ट किए गए कई वीडियो में देखा जा सकता है कि गुरुवार की शाम 6:30 बजे कॉलेज के फेस्‍ट के दौरान नशे में धुत लोग दक्षिण दिल्‍ली के कॉलेज के गेट के पास इकट्ठा होते हैं और जबरन अंदर घुस जाते हैं।

दिल्ली पुलिस ने बताया कि कॉलेज के अधिकारियों से शिकायत मिली है और हौज खास पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 452, 354, 509, और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इससे पहले पुलिस ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया था कि उन्हें  छात्राओं की ओर से और न ही कॉलेज के अधिकारियों की तरफ से कोई शिकायत मिली है।

लोकसभा में सोमवार को प्रश्नकाल के दौरान असम से कांग्रेस के सांसद गौरव गोगोई ने गार्गी कॉलेज में छात्राओं से छेड़छाड़ का मुद्दा उठाया। उन्होंने केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक से सवाल पूछते हुए कहा कि गार्गी कॉलेज का वार्षिक समारोह छात्राओं के लिए दर्दनाक बन गया। उनके साथ कैंपस में जबरन घुसे बाहरी छात्रों ने छेड़छाड़ की। मंत्रालय इस मामले में क्या कार्रवाई करने जा रहा है।

वहीं राज्यसभा में आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए नोटिस दिया। संजय सिंह ने गार्गी कॉलेज की घटना पर सीधे सीधे दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाया साथ ही बेटियों की सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा। वहीं निर्दलीय सांसद नवनीत राना ने गार्गी कॉलेज में छात्राओं से छेड़खानी के मुद्दे पर कहा कि गृहमंत्री इस मामले में सीधा दखल दें।