दिल्ली से आकर हमें कोई धर्म नहीं सिखा सकता है- ममता बनर्जी

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तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को निशाने पर लिया। ममता ने मोदी और शाह को मंत्रोच्चारण का मुकाबला करने की चुनौती दी।

उन्होंने कहा कि दिल्ली से आकर हमें कोई धर्म नहीं सिखा सकता है। मुख्यमंत्री ने नजरूल मंच में इंटरनेशनल मारवाड़ी फेडरेशन की ओर से आयोजित होली मिलन समारोह के दौरान कहा कि वह (भाजपा) हम पर आरोप लगाते हैं कि हम बंगाल में दुर्गा पूजा नहीं होने देते।

दरअसल, हम धर्म के नाम पर घृणा नहीं फैलाते। हम मानवता में विश्वास करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा चुनाव से पहले केवल राम मंदिर को लेकर राजनीतिक बयानबाजी करती है, जबकि हमने तारापीठ, तारकेश्वर, दक्षिणोश्वर में मंदिरों का नवीनीकरण और पुनर्विकास किया है।

मैं कहती हूं कि केवल चंदन तिलक लगा लेने भर से कोई पुजारी नहीं हो जाता, मंत्रोच्चारण का कंपटीशन होना चाहिए, देखते हैं कौन कितना संस्कृत जानता है।बता दें कि कार्यक्रम का आयोजन तृणमूल के पूर्व विधायक दिनेश बजाज के नेतृत्व में किया गया था।

दूसरा, तृणमूल के विधायक अजरुन सिंह के भाजपा में शामिल होने के बाद पार्टी का नया हिंदू प्रकोष्ठ गठित किया है। महानगर के हिंदू भाषी समाज से मुखातिब ममता ने राम मंदिर को लेकर भी भाजपा पर निशाना साधा।

जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, उन्होंने कहा बंगाल शांतिप्रिय राज्य है, यहां सभी पूजा पाठ होते हैं। राज्य सरकार छठ पूजा व अन्य पर्व में छुट्टी देती है। हमने दक्षिणोश्वर में स्काईवाक बनाया है। कालीघाट में स्काईवाक बनने वाला है, लेकिन वे एक राम मंदिर भी नहीं बना सके हैं।

उन्होंने कहा कि वे दिन गए जब कहा जाता था सभी तीर्थ बार-बार, गंगासागर एकबार। अब हमारी सरकार के विकास कार्य के बदौलत गंगा सागर बार-बार वाला तीर्थ बन गया है। उन्होंने कहा कि मैं मारवाड़ी, गुजराती, बिहारी सभी को धर्म, जाति, क्षेत्रवाद से ऊपर पसंद करती हूं।