संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के मुद्दे पर उत्तर-पूर्वी दिल्ली में मंगलवार को लगातार तीसरे दिन हिंसा हुई। मौजपुर, भजनपुरा और ब्रह्मपुरी में भीड़ ने पथराव और दुकानों में तोड़फोड़ की। हिंसा में अब तक एक हेड कॉन्स्टेबल समेत 13 लोगों की जान जा चुकी है। इसमें से आठ लोगों की मौत आज हुई है और सोमवार को पांच लोगों की मौत हुई थी। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बताया कि बुधवार को भी उत्तर-पूर्वी दिल्ली में स्कूलों में अवकाश रहेगा। इसके अलावा इंटरनल एग्जाम भी स्थगित कर दिए गए हैं। वहीं, सीबीएसई ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में बुधवार को होने वाली 10-12वीं की परीक्षाएं स्थगित कर दी है।
हिंसा से सबसे अधिक प्रभावित मौजपुर सहित कई स्थानों पर धुआं निकलता देखा गया। वहीं, चांद बाग इलाके में ताजा आगजनी की गई। हिंसा के बाद दिल्ली के पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने कहा कि उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पर्याप्त पुलिस बल, सीएपीएफ और वरिष्ठ अधिकारी उत्तर पूर्वी दिल्ली में तैनात हैं। कुछ इलाकों में धारा 144 लागू है
Delhi Commissioner of Police, Amulya Patnaik on #DelhiViolence: Miscreants will not be spared, strict legal action will be taken against them. Sufficient police force, CAPF and senior officials deployed in the North East district. Sec 144 imposed in some areas of the district. pic.twitter.com/7p8kjX5CVt
— ANI (@ANI) February 25, 2020
दिल्ली के जाफराबाद और मौजपुर में सोमवार को सीएए का समर्थन करने वाले और विरोध करने वाले समूहों के बीच संघर्ष ने सांप्रदायिक रंग ले लिया था और इसमें करीब 150 लोग घायल हुए थे। इलाके में तनाव कायम होने के चलते स्कूल बंद हैं और डर के कारण लोग भी घरों से बाहर नहीं निकले। उत्तर पूर्वी दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाके में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगा दी गई है, जिसके तहत चार या उससे ज्यादा लोगों के एक जगह इकट्ठा होने पर रोक है।