दिल्ली हिंसा- 14 दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजी गई इशरत जहाँ

   

दिल्ली हिंसा को लेकर पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी। इस क्रम में पुलिस ने जगतपुरी में दंगे को लेकर कांग्रेस की पूर्व पार्षद इशरत जहां को गिरफ्तार कर लिया गया है। बीते सोमवार और मंगलवार को शहादरा के जगतपुरी इलाके में भी हिंसा हुई थी। इस दंगे का आरोप कांग्रेस नेता और पूर्व पार्षद इशरत जहां उर्फ पिंकी पर लगा है। पुलिस ने कोर्ट में इशरत को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उन्हें ज्यूडीशियल कस्टडी में भेज दिया गया।

बता दें कि इशरत पेशे से वकील हैं। वे पूर्व में कांग्रेस के टिकट पर पार्षद का चुनाव लड़ चुकी हैं। पेशे से वकील इशरत ने कोर्ट में जमानत अर्जी भी लगाई, लेकिन खारिज हो गई। जहान की ओर से पेश वकील ज़ाकिर रज़ा ने दावा किया कि पिछले 49 दिनों से सीएए के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन चल रहा था और प्रदर्शनकारियों के खिलाफ किसी भी आपराधिक गतिविधि की शिकायत नहीं की गई थी और उन्हें “राजनीतिक प्रतिशोध” के कारण गिरफ्तार किया गया था।

उन्होंने आगे आरोप लगाया कि फ्लैग मार्च कर रहे पुलिस अधिकारियों ने पूरी कथित घटना के वीडियो की रिकॉर्डिंग नहीं की।उन्होंने खुद ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों को नुकसान पहुंचाया। पुलिस ने मामले में दर्ज प्राथमिकी में जहान, साबू अंसारी और खालिद को आरोपी बनाया है।

प्राथमिकी में कहा गया है कि जगतपुरी में कई दिनों से चल रहे सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर, खुरेजी के क्षेत्र में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 (पांच या अधिक व्यक्तियों की सभा पर रोक) लगाई गई थी।