देश में स्वाइन फ्लू से इस साल अब तक 250 लोगों की मौत, कैसे करें बचाव

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देश में स्वाइन फ्लू इस साल अब तक 250 से ज्यादा लोगों की जान ले चुका है. ऐसी खबर है कि बृहस्पतिवार तक तीन दिन में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश भर में राजस्थान में सबसे ज्यादा 96 मौते हुई हैं और बीते गुरुवार तक 2,706 मामले सामने आए हैं. इसके बाद गुजरात में 54 मौतें हुईं और 1,187 मामले सामने आए हैं.

पंजाब में इस बीमारी की वजह से 30 लोगों की मौत हो चुकी है और 301 मामले सामने आ चुके हैं. महाराष्ट्र में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है और 197 मामले सामने आए हैं. दिल्ली 28 जनवरी तक स्वाइन फ्लू के मामले में 28 जनवरी तक राजस्थान और गुजरात के बाद तीसरे स्थान पर था. लेकिन अब स्वाइन फ्लू के 1,406 मामलों के साथ यह दूसरे स्थान पर है. दिल्ली में अब तक छह लोगों की मौत हुई है. हरियाणा और तेलंगाना में क्रमश: स्वाइन फ्लू के 589 और 390 मामले दर्ज किए गए हैं और इस बीमारी की वजह से दोनों राज्यों में दो लोगों की मौत हुई है.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बीमारी की निगरानी बढ़ाने को कहा
स्वाइन फ्लू के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों से इस बीमारी के शुरुआती लक्षणों पर निगरानी बढ़ाने को कहा है और इस बीमारी से निपटने के लिए अस्पतालों में बेड रिजर्व रखने को कहा गया है. इंफ्लुएंजा के टीकाकरण के लिए दिशानिर्देश और ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया की ओर से प्रदान किए गए टीकों के उत्पानदकर्ताओं का विवरण सभी राज्यों के साथ साझा किया गया है.

स्वाइन फ्लू है क्‍या, कैसे करें बचाव
स्वाइन फ्लू एक श्वसन संक्रमण है जो इंफ्लूएंजा नामक वायरस की वजह से होता है. स्वाइन फ्लू फैलने का कारण एच1एन1 वायरस होता है जो पक्षियों और मनुष्यों से फैलने वाले फ्लू की तरह होता है. स्वाइन फ्लू के लक्षण कुछ अलग नहीं होते हैं. इसके लक्षण सामान्य फ्लू जैसे सिरदर्द, शरीर में दर्द, खांसी-जुकाम, थकावट, बुखार और गले में दर्द की तरह होते हैं. इससे खुद को बचाने के लिए कुछ सावधानियां बरतनी जरुरी होती हैं. इन सावधानियों को अपनाकर आप खुद को स्वाइन फ्लू से ग्रसित होने से बचा सकते हैं. तो आइए आपको इन सावधानियों के बारे में बताते हैं.

भीड़ वाली जगह में जाने से बचें
भीड़ वाली जगह पर जाने से स्वाइन फ्लू से ग्रसित होने की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है. इसलिए भीड़ वाली जगह पर जाने से बचें और अगर आप जा भी रहे हैं तो मास्क पहनकर रहें.

 

खांसते समय मुंह पर हाथ रखें
खांसने से दूसरे व्यक्ति में कीटाणु बहुत जल्दी ट्रांसफर हो जाते हैं. स्वाइन फ्लू बहुत जल्दी फैलने वाला फ्लू है. इसलिए अगर कोई खांस रहा हो तो या आप खांस रहे हैं तो अपने मुंह पर हाथ रख लें ताकि यह इंफेक्शन किसी और को ना फैले.

मास्क पहनकर रहें
बाहर जाने पर मास्क पहनकर रखें. क्योंकि धूल-मिट्टी के साथ आप स्वाइन फ्लू के वायरस के संपर्क में आ सकते हैं. इसके लिए अच्छे मास्क का इस्तेमाल करें. अगर आपके पास मास्क नहीं है तो रुमाल को 2-3 तय करके मुंह और नाक को ढकें. इससे वायरस आपको प्रभावित नहीं करेगा.

 

हाथ साफ रखें
स्वाइन फ्लू के इंफेक्शन से बचने के लिए किसी भी चीज को छूने के बाद हैंड सेनिटाइजर का इस्तेमाल करें या हाथों को धो लें. इससे आपके हाथ साफ रहेंगे और वायरस के संपर्क में आने से बचेगें.

 

डॉक्टर से परामर्श लें
अगर आपको स्वाइन फ्लू के लक्षण दिख रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें. स्वाइन फ्लू से ग्रसित होने पर तेज बुखार, शरीर में दर्द जैसे लक्षण दिखते हैं.अगर आपको ऐसे कोई भी लक्षण दिखें तो डॉक्टर से परामर्श करें.

क्या हैं इसके लक्षण
फ्लू के गंभीर होने पर व्यक्ति को लगातार खांसी और सांस लेने में तकलीफ से फेफड़े प्रभावित होते हैं. जिससे रोगी निमोनिया का शिकार हो जाता है और उसका ब्लड प्रेशर कम होने लगता है. लेकिन यदि कफ, सांस लेने में दिक्कत व बुखार तीनों एक साथ हों तो तुरंत विशेषज्ञ को दिखाएं.