नागरिकता बिल: एएमयू में पूर्व छात्रसंघ अध्यक्षों समेत कई पर केस दर्ज !

   

नागरिकता संशोधन बिल पर विरोध करने पर AMU  के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्षों सहित 20 नामजद और 700 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज किया गया है।  बता दें की एएमयू में बिल के विरोध का सिलसिला दूसरे दिन भी जारी रहा। मंगलवार की रात को विश्वविद्यालय के सभी आवासीय हालों के छात्र लाइब्रेरी के पीछे कैंटीन पर इकट्ठा हुए और इसके बाद हाथों में मशाल लेकर और बिल की प्रतियां जलाते हुए जुलूस आगे बढ़ा। यहां पर छात्रों ने एक सभा की। जिसमें कहा कि यह बिल मौलिक अधिकार और संविधान की भावना के खिलाफ है। पूरी तरह मुस्लिम विरोधी है।
पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष फैजुल हसन ने कहा है कि अब उन मुसलमानों को जरूर सोचना चाहिए, जो इस बिल के खिलाफ  बोलना तो छोड़िए, बल्कि जो लोग थोड़ी बहुत आवाज उठा रहे हैं, उनका मजाक बना रहे हैं। यह बिल आपकी शनाख्त तक को खत्म करने के लिए बनाया जा रहा है। आप इसको मजाक उड़ाकर उन सबका हौसला तोड़ रहे हैं, जो दूसरे मजहब के होकर खुलेआम हमारी लड़ाई लड़ रहे हैं। देश में शांति थी लेकिन भाजपा सरकार देश में गृह युद्ध कराना चाहती है।

आतंकवाद के फर्जी केसों में बंद मुसलमानों के लिए रिहाई मंच जैसी आर्गेनाइजेशन और उसमें राजीव यादव जैसे लोग जो आपके लिए दिन रात एक कर रहे हैं और आप चुप होकर उन सब पर हंस रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि गांधी, नेहरू, बाबा साहेब अंबेडकर, फुले मौलाना आजाद, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद की तरह असहयोग आंदोलन, साइमन कमीशन गो बैक, दांडी मार्च, खिलाफत आंदोलन जैसा एक आंदोलन करने का वक्त आ गया है।