मजबूत भारत के लिए केंद्र में मजबूत सरकार जरूरी बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि बालाकोट हवाई हमले से आतंकवादियों में डर पैदा हो गया है और पाकिस्तान में सत्तारूढ़ लोगों को बुरे सपने आ रहे हैं। मोदी ने यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस-जेडीएस पर निशाना साधा और कहा कि हवाई हमलों के बाद पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी थी लेकिन दोनों पार्टियां दुखी थीं।
पहली बार मतदान करने वाले युवाओं का आह्वान करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आप अपना पहला वोट उन बहादुर जवानों को समर्पित कर सकते हैं जिन्होंने देश के लिए जान गंवा दी। आप गरीबों को घर दिलाने के लिए, गरीबों को मुफ्त इलाज दिलाने के लिए, खेतों में पानी पहुंचाने के लिए वोट दे सकते हैं।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में लोगों को केवल सांसद या प्रधानमंत्री नहीं बल्कि मजबूत भारत के लिए मजबूत सरकार चुननी है। देश के फायदे के लिए केवल मजबूत सरकार कड़े फैसले ले सकती है। मोदी ने कहा कि पांच साल पहले ऐसा वक्त था जब पाकिस्तान के आतंकी हम पर हमला करते थे और पाकिस्तान हमें धमकता था। हमारे बहादुर जवान कार्रवाई के लिए अनुमति मांगते थे लेकिन सरकार तब डरी रहती थी।
उन्होंने कहा कि इस चौकीदार ने हालात बदल दिए। अब अगर डर है तो सीमा के उस पार। वहां सत्ता में बैठे लोगों को तरह-तरह के बुरे सपने आ रहे हैं। बालाकोट हमले के बाद आतंकवादी डर गए हैं। प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में अधिकतर राष्ट्रीय सुरक्षा की बात की। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने 27 मार्च को भारत के ए-सेट मिशन शक्ति का मजाक उड़ाया।
मोदी ने कहा कि इन लोगों में सत्ता में रहते हुए वैज्ञानिकों को मिसाइल परीक्षण करने की अनुमति देने का साहस नहीं था। लेकिन अब जब भारत ने अंतरिक्ष में हमला किया तो उन्होंने सबसे पहले इस पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि ये लोग जवानों का सम्मान नहीं करते और विज्ञान का भी सम्मान नहीं करते। जो भारत के गौरव की परवाह नहीं करते, उन्हें सबक सिखाना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि देश में एक मजबूत प्रधानमंत्री होना चाहिए जिसकी आलाकमान केवल जनता होनी चाहिए। विपक्षी दलों के महागठबंधन को महामिलावट करार देते हुए मोदी ने कहा कि देश में ऐसी सरकार नहीं होनी चाहिए जिसका रिमोट कंट्रोल एक दर्जन लोगों के हाथों में हो।
मोदी ने कर्नाटक में कांग्रेस-जद(एस) सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि दोनों पार्टियां सत्ता के लिए और स्वार्थों के लिए साथ आई हैं। उन्होंने कहा कि कर्नाटक वो राज्य है जो हमेशा भाजपा के साथ मजबूती से खड़ा हुआ है।