पहली बार 2340 मुस्लिम महिलाओं ने बिना मेहरम के हज करेंगी- मुख्तार अब्बास नकवी

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अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बताया है कि इस साल भारत से 2300 मुस्लिम महिलाओं को बिना ‘मेहरम’ (बिना पुरुष साथी) के हज जाने को मिलेगा। सरकार ऐसी महिला हज यात्रियों को लाटरी सिस्टम से अलग रखेगी।

नकवी ने बुधवार को दिल्ली के आरकेपुरम में हज डिविजन के नए आफिस का उद्घाटन करते हुए बताया कि आजादी के बाद पहली बार 2340 मुस्लिम महिलाओं ने बिना मेहरम के 2019 के हज के लिए आवेदन किया है।

इस साल भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय ने ऐसी महिलाओं को बिना लाटरी सिस्टम के हज भेजना सुनिश्चित किया है।

उल्लेखनीय है कि मोदी सरकार ने पिछले साल से ही महिलाओं को बिना मेहरम के हज पर जाने की अनुमति दी थी। लिहाजा, पिछले साल भी 1300 मुस्लिम महिलाएं अकेले ही हज पर गई थीं।

नकवी ने बताया कि इस साल 2,67,000 आवेदन हज के लिए मिले हैं। इसमें से 1,64,902 आनलाइन किए गए हैं। सऊदी अरब के हज के लिए कोटा तय करने के कारण हर साल हज यात्रियों का चयन लाटरी के आधार पर किया जाता है।

2018 में 1,75,025 रिकार्ड मुसलमानों ने बिना किसी सब्सिडी के हज यात्रा की थी। इसमें 48 फीसद महिलाएं थीं। उन्होंने कहा कि इस साल हज पर जीएसटी को 18 फीसद से पांच फीसद कर दिया गया है। इससे हज यात्रियों की 113 करोड़ रुपये की बचत होगी।

साभार- ‘जागरण डॉट कॉम’