सामिया आरजू के भाई अकबर अली ने बताया कि उनके अलावा निकाह में पिता लियाकत अली, भाई सरताज, मां, बहन शबनम और उनके बच्चे, बहन बिलकिस, जीजा अलताफ हुसैन, बहन केसर के अलावा बंटवारे के समय पाकिस्तान गए परिवार के सदस्य एवं पाकिस्तान रेलवे बोर्ड के चेयरमैन रहे सरदार तुफैल के बेटे सरदार रहीश अहमद व सरदार अजमत खां शामिल हो रहे हैं। वहीं भारत और पाकिस्तान से निकाह में कई अन्य क्रिकेटर भी शामिल हो रहे हैं।

1947 में देश के बंटवारे के बाद भले ही दोनों देश अलग-अलग हो गए हैं लेकिन मेवात और पाकिस्तान में रहने वाले मेवातियों के रिश्ते आज भी हो रहे हैं। पाकिस्तान में मेवात से दर्जन भर रिश्ते बन चुके हैं।

अकबर अली ने बताया कि सामिया की पहले जेट एयर वेज में नौकरी लगी थी, करीब तीन साल से एयर अमिरात में फ्लाइट इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं। सरदार तुफैल उर्फ खान बहादुर और पिता लियाकल अली के दादा सगे भाई थे। जो फिलहाल पाकिस्तान के कसूर जिले के कच्ची कोठी नईयाकी में रहते हैं।