“पाकिस्तानी टीम ने नहीं मानी पीएम इमरान की सलाह क्योंकि किसी के ट्वीट के आधार पर नहीं लिया जा सकता फैसला”

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हफ़ीज़ ने भारत के ख़िलाफ़ टॉस जीतने पर पहले गेंदबाज़ी करने के फ़ैसले का भी बचाव किया है. जबकि प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने पहले बल्लेबाज़ी की सलाह दी थी. हफ़ीज़ ने कहा कि “यह एक टीम का फ़ैसला था और यह फ़ैसला किसी के ट्वीट के आधार पर नहीं लिया जा सकता. हमने अच्छी गेंदबाज़ी नहीं की इसलिए हार का सामना करना पड़ा.”

हफ़ीज़ कहते हैं, ”सब कुछ ख़त्म नहीं हो गया है. हम अगले मैच की तैयारी कर रहे हैं. हम अगला मैच जीतने के लिए बेताब हैं. भारत से मैच के बाद हमें पर्याप्त वक़्त मिला है और हम फिर से नई शुरुआत करने जा रहे हैं.”

38 साल के मोहम्मद हफ़ीज़ ने पिछले हफ़्ते रविवार को भारत से हार के बाद मीडिया में हो रही तीखी आलोचना पर कहा, “हम किसी एक व्यक्ति पर दोष नहीं मढ़ सकते हैं. हार की ज़िम्मेदारी सब पर जाती है. मीडिया में नकारात्मक अभियान से हम भी दुखी हैं.”

“यहां तक कि खिलाड़ियों के परिवार वालों को निशाना बनाया जा रहा है. जब हम जीत हासिल करते हैं तब अच्छी चीज़ों पर क्यों बात नहीं होती है? मुझे पता है कि पाकिस्तान के लिए मुश्किल स्थिति है लेकिन ऐसा नहीं है कि कोई उम्मीद ही नहीं बची है.”