पीएम की भतीजी से लूट :खबर देखते ही आरोपी ने कहा था, ‘भाई बुरे फंस गए’, फूल गए थे हाथ-पांव

   

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भतीजी दमयंती बेन मोदी से एलजी हाउस के पास शनिवार सुबह पर्स छीनने वाले दोनों आरोपियों को पुलिस ने अगले ही दिन गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से पूरा सामान भी बरामद कर लिया है। यह मामला महज दो दिनों के भीतर पूरी तरह से सुलझ गया और आरोपी शिकंजे में आ गए।

नोनू के हाथ पांव फूल गए

अकसर छिनौती की वारदातों को अंजाम देने वाले अपराधी नोनू और बादल ने शनिवार सुबह गुजराती समाज भवन के पास जब दमयंती बेन मोदी से पर्स छीना तो उन्हें अंदाजा नहीं था कि वह कितना बुरा फंस सकते हैं। सिविल लाइंस में गुजराती समाज भवन के गेट पर स्नैचिंग की वारदात को अंजाम देकर भागे बदमाश सीधे सदर बाजार स्थित बस्ती जुल्हान इलाके में पहुंचे। वहां दोनों ने एक इमारत की छत पर लूटे माल का बंटवारा किया। बैग को देखा। डॉक्युमेंट वहीं छत पर फेंक दिए। बाद में दोनों उसी स्कूटी से सुल्तानपुरी के लिए चल दिए। नोनू ने बादल को वहीं छोड़ा और मौसी के घर पहुंचा। जैसे ही न्यूज चैनलों पर खबर चली। नोनू के हाथ पांव फूल गए।

‘भाई बुरे फंस गए, आज तूने मरवा दिया’

पुलिस ने आरोपी से एक एक मिनट का हिसाब लेते हुए पूछताछ की। आरोपी ने बताया कि उसने पहले टीवी पर खबर देखी, तुरंत उसने बादल को फोन किया। बोला ‘भाई बुरे फंस गए, आज तूने मरवा दिया’। बादल ने पूछा तो बोला कि टीवी देख। इसके बाद दोनों वहां से फोन बंद करके भाग गए। नोनू सीधा सोनीपत अपने रिश्तेदार के घर पहुंच गया, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया। पुलिस की पूछताछ में आरोपी गौरव उर्फ नोनू ने बताया कि उसका जन्म सदर बाजार इलाके की बस्ती जुल्हान में हुआ था।

पीएम मोदी की भतीजी

कड़ने में लगे थे 700 पुलिसकर्मी

सूत्रों के मुताबिक इस हाईप्रोफाइल केस को सुलझाने में 700 पुलिसकर्मी लगे थे। स्नैचरों की सीसीटीवी फुटेज पुलिस को मिली थी। उनके रूट मैप को चेक करने के लिए पुलिस ने 200 CCTV की फुटेज खंगाली। इस तरह पुलिस हरियाणा के सोनीपत पहुंची और वारदात खुली।

सीनियर अधिकारी जुटे थे केस सुलझाने में

खासकर रूम बुक कराने के बाद दिल्ली घूमने निकले परिवारों को ऐसी घटनाओं के लिए सतर्क रहने की सलाह दी जाएगी। डीसीपी मोनिका भारद्वाज के मुताबिक, एसीपी अशोक त्यागी के सुपरविजन में सिविल लाइंस एसएचओ जरनैल सिंह, इंस्पेक्टर ललित, एसआई संदीप और रवि सहित अन्य पुलिस कर्मियों ने आरोपी को पकड़ने में अहम भूमिका निभाई।