पी चिदंबरम की गिरफ्तारी एक राजनीतिक कदमः पॉपुलर फ्रंट

   

पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के चेयरमैन ई. अबूबकर ने पूर्व गृहमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पी. चिदंबरम के खिलाफ सीबीआई और इंफोर्सर्मेंट डायरेक्टरेट की जारी कार्यवाहियों को राजनीतिक कदम और सत्ता का दुरुपयोग क़रार दिया है।

उन्होंने इस ओर इशारा किया कि बीजेपी विपक्ष के सीनियर नेताओं को निशाना बनाकर विपक्ष की कमर तोड़ने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।

कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के नेताओं को देश में ज़ोर पकड़ते इस रुझान से सबक लेना चाहिए। यूपीए सरकार ने अपने शासनकाल में यह सोचते हुए नरम हिंदुत्व का सहारा लिया था कि इससे उन्हें राजनीतिक लाभ मिलेगा। यहां तक कि उन्होंने क़त्ले आम और फर्ज़ी एनकाउंटर जैसे गंभीर अपराधों में लिप्त अपराधियों को भी आसानी से अपने हाथों से जाने दिया था।

यह बात याद रहनी चाहिए कि वह कांग्रेस ही थी जिसने काले कानून पास करके और डीप स्टेट को मजबूत करके हर वह कदम उठाया था जिसने सत्ता के दुरुपयोग की राह हमवार की। इस प्रक्रिया में खुद पी. चिदंबरम गृहमंत्री के रूप में नेतृत्व कर रहे थे। उन्हीं के दौर में एनआईए और यूपीए में किए गए संशोधन को लागू किया गया।

अब कांग्रेस नेताओं की धरपकड़ से उनकी आंखें जरूर खुलेंगी। नागरिक अधिकार संगठन शुरू से ही इस सूरतेहाल से खबरदार करते आए थे।

ई. अबूबकर ने विपक्षी दलों को इस बात की दावत दी कि वे लोकतांत्रिक बुनियादों को मजबूत करने के लिए काम करें और बीजेपी के सांप्रदायिक व तानाशाही एजेंडे को बेनकाब करें।