पेटीएम, शॉपक्लूज और स्नैपडील ने ज्यादा डिस्काउंट नहीं दिए, फायदा ऐमजॉन और फ्लिपकार्ट को मिला

   

बेंगलुरु : पेटीएम मॉल, शॉपक्लूज और स्नैपडील जैसे प्रतिस्पर्धियों ने ज्यादा डिस्काउंट ऑफर नहीं दिए, जिसका सीधा फायदा ऐमजॉन और फ्लिपकार्ट को मिला। दोनों की फेस्टिव सेल्स यानी ग्रेट इंडियन फेस्टिवल और बिग बिलियन डे सेल का शुक्रवार को आखिरी दिन था। उम्मीद जताई जा रही है कि फेस्टिव सेल्स से दोनों का मार्केट शेयर बढ़ गया होगा और यह सालाना आंकड़ों में भी साफ झलकेगा। फॉररेस्टर में सीनियर फोरकास्ट ऐनालिस्ट सतीश मीना ने कहा, ‘साल 2014 और 2015 में बाजार हिस्सेदारी के लिए चौतरफा जंग थी। अब मार्केट शेयर को लेकर 80-85 फीसदी जंग फ्लिपकार्ट और ऐमजॉन के बीच रह गई है।’ रीसर्च फर्म के मुताबिक, साल 2018 में फ्लिपकार्ट ग्रुप का मार्केट शेयर 38.3% और ऐमजॉन इंडिया का 31.2% था। यानी दोनों को मिलाकर देखा जाए तो ई-सेल्स में दोनों का 70 फीसदी मार्केट पर कब्जा हो गया था।

ऐमजॉन इंडिया का दावा है कि 46% के आंकड़े के साथ कंपनी का हाइएस्ट ग्रॉस सेल्स शेयर है। कंपनी नीलसन रीसर्च के द्वारा बताए गए 190,000 डिजिटल यूजर्स के आधार पर यह दावा कर रही है। ऐमजॉन इंडिया के एसवीपी अमित अग्रवाल ने भी कहा कि कंपनी फेस्टिव सेल्स के दौरान स्मार्टफोन्स सेल्स के मामले में सबसे आगे हो गई है, जो इंडिया में कुल ई-रिटेल मार्केट में 40-50% हिसेसदारी रखता है। बहरहाल मार्केट शेयर को लेकर फ्लिपकार्ट के प्रवक्ता ने कोई कॉमेंट करने से इनकार कर दिया। हालांकि एक सूत्र के मुताबिक ऐमजॉन इंडिया के मुकाबले इस फेस्टिव सेल्स में फ्लिपकार्ट ने तीन गुना स्मार्टफोन्स बेचे हैं। आधिकारिक तौर पर फ्लिपकार्ट ने बताया है कि कंपनी ने इस साल पिछले साल से दुगने स्मार्टफोन्स अपने प्लैटफॉर्म से बेचे हैं। वहीं ऐमजॉन का दावा 15 गुना ग्रोथ का है।

ऐमजॉन इंडिया ने आगे बताया कि 500 शहरों से 65,000 सेलर्स को ऑर्डर मिले। प्राइम शॉपर्स देश के 94% पिन कोड्स से आए, वहीं 88 फीसदी नए ग्राहक छोटे शहरों से आए। अग्रवाल ने कहा, ‘डिजिटल भारत की धारणा काफी रियल है। हम नए ग्राहक देख रहे हैं।’ उन्होंने यह भी बताया कि फाइनैंस का ऑप्शन लेने वाले 75% ग्राहक टियर-1 और टियर-2 शहरों से थे।