प्रज्ञा ठाकुर पर कांग्रेस सदन में लाएगी निंदा प्रस्ताव

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महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को लोकसभा में ‘देशभक्त’ बताने वाली भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा के खिलाफ भाजपा की कार्रवाई से कांग्रेस संतुष्ट नहीं है। इसे लेकर कांग्रेस निंदा प्रस्ताव लाने जा रही है। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि प्रज्ञा ठाकुर को सदन में बैठने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए, जब तक वह माफी ना मांगें। सदन में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि कांग्रेस को एक आतंकवादी पार्टी (भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर द्वारा) कहा जाता था, जिस पार्टी से हजारों नेताओं ने देश की आजादी के लिए बलिदान दिया था। अब क्या हो रहा है? क्या सदन इस पर चुप रहेगा? महात्मा गांधी के हत्यारे को ‘देशभक्त’ कहा गया।

ओवैसी ने दिया विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव

इस बीच एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश कर दिया है। ओवैसी ने कहा कि उन्होंने नियम तोड़े हैं। प्रज्ञा ने गोडसे की तारीफ कर नियम 349 और 352 का उल्लंघन किया है। उन्होंने आतंकवाद की तारीफ की है।

भाजपा ने रक्षा की संसदीय समिति से किया बाहर

भाजपा ने प्रज्ञा ठाकुर के बयान को निंदनीय करार देते हुए अपने विचारधारा के खिलाफ बताया है। साथ ही हाल ही में रक्षा की संसदीय समिति में शामिल हुई सांसद प्रज्ञा को इस समिति से भी बाहर करने का फैसला लिया है। प्रज्ञा के बयान पर भाजपा कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, ‘संसद में कल उनका बयान निंदनीय है। बीजेपी कभी भी इस तरह के बयान या विचारधारा का समर्थन नहीं करती है। पार्टी ने फैसला लिया है कि उन्हें रक्षा की संसदीय समिति से बाहर किया जाएगा।‘ साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि प्रज्ञा को इस सत्र में संसदीय दल की बैठकों में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

गांधी जी पहले भी हमारे मार्गदर्शक थेभविष्य में भी रहेंगेराजनाथ

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा कि महात्मा गांधी पहले भी हमारे मार्गदर्शक थे, भविष्य में भी रहेंगे। उनकी विचारधारा उस समय भी प्रासंगिक थी, आज भी है और आने वाले समय में उनकी विचारधारा प्रासंगिक रहेगी। राजनाथ ने कहा कि हर समाज, जाति, दल के लोग महात्मा गांधी को अपना आदर्श मानते है और उन्हें अपना एक प्रेरणास्रोत मानते हैं। राजनाथ के इस बयान के बाद भी हंगामा खत्म नहीं हुआ और कांग्रेस के नेता वॉक आउट कर गए।

हम निंदा प्रस्ताव की मांग करेंगेथरूर

प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि भाजपा ने प्रज्ञा को टिकट दिया और उन्हें संसद में लाए, संसदीय दल की बैठकों में उन्हें अनुमति नहीं देने से क्या होगा? थरूर ने मांग की कि उन्हें संसद में बैठने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए जब तक कि वह माफी नहीं मांगती हैं, हम निंदा प्रस्ताव की मांग करेंगे।

प्रज्ञाठाकुर ने दी सफाई

महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने वालीं सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर पर भाजपा ने कार्रवाई कर दी है। उन्हें डिफेंस कमेटी से हटा दिया गया है। इसके साथ ही पार्टी से बाहर निकालने की तैयारी शुरू हो गई है। अपने खिलाफ हुई कार्रवाई के बाद साध्वी प्रज्ञा ने ट्विटर पर कहा, ‘कभी-कभी झूठ का बवंडर इतना गहरा होता है कि दिन में भी रात लगने लगती है, किन्तु सूर्य अपना प्रकाश नहीं खोता। पलभर के बवंडर मे लोग भ्रमित न हों सूर्य का प्रकाश स्थाई है। सत्य यही है कि कल मैने ऊधम सिंह जी का अपमान नहीं सहा बस।’

लोकसभा में क्या बोली थीं प्रज्ञा 

सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने बुधवार को लोकसभा में एसपीजी संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का ‘देशभक्त’ के तौर पर हवाला दिया था। बता दें कि प्रज्ञा ठाकुर मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान भी ऐसा बयान दे चुकी हैं। तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि वह कभी उन्हें (प्रज्ञा ठाकुर) मन से माफ नहीं कर पाएंगे।

पहले भी गोडसे को बता चुकी हैं देशभक्त

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान भी प्रज्ञा ठाकुर गोडसे को ‘देशभक्त’ बता चुकी हैं जिसको लेकर विवाद खड़ा हो गया था। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नाराजगी जताते हुए कहा था कि प्रज्ञा ठाकुर या जो भी इस तरह का बयान देगा उसे माफ नहीं करेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा था कि गांधी जी या गोडसे के बारे में जो भी बात की गई या जो भी बयान दिये गये, ये बहुत ही खराब हैं। उन्होंने कहा, इस तरह के बयान हर प्रकार से घृणा के लायक हैं। आलोचना के लायक हैं, सभ्य समाज के अंदर इस तरह की भाषा नहीं चलती है. इस प्रकार की सोच नहीं चल सकती। इसलिए ऐसा करने वालों को सौ बार आगे सोचना पड़ेगा। साथ ही प्रज्ञा ठाकुर शहीद हेमंत करकरे को लेकर दिए गए बयान की वजह से भी निशाने पर आई थीं।

विपक्ष की तीखी प्रतिक्रिया

सदन में प्रज्ञा के गोडसे देशक्त वाले बयान पर कांग्रेस सदस्यों ने कड़ा विरोध दर्ज कराया। इस दौरान कांग्रेस के कई सदस्यों ने आपत्ति जताई और यह आरोप लगाते हुए सुने गए कि उन्हें (प्रज्ञा) को प्रधानमंत्री का संरक्षण मिला हुआ है। इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी भोपाल से भाजपा सदस्य प्रज्ञा को बैठने का इशारा करते भी नजर आए।