बंदूक लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले नेता के घर पुलिस ने की छापेमारी, लाइसेंस जब्त

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आरजेडी के बागी नेता रामचंद्र सिंह यादव के घर पुलिस ने छापेमारी की और हथियार का लाइसेंस जब्त कर लिया. कैमूर के एसपी ने इस बात की पुष्टि की. बता दें कि आज प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रामचंद्र यादव ने बंदूक लहाराई थी और कहा था कि लोकतंत्र खतरे में है. इसे बचाने के लिए हम गोली चलाने के लिए तैयार हैं. दरअसल बिहार के भभुआ से पूर्व विधायक रामचंद्र यादव का ये बयान उपेंद्र कुशवाहा के उस बयान के समर्थन में आया जिसमें उन्होंने कहा था कि ईवीएम को लूटने से बचाने के लिए अगर हथियार भी उठाना पड़े तो उठाना चाहिए.

 

कुशवाहा के बयान का समर्थन करते हुए रामचंद्र यादव ने कहा, ”बगैर लड़े हुए अधिकार नहीं मिलने वाला है. रामचंद्र यादव की तरह करोड़ों रामचंद्र लोकतंत्र की रक्षा के लिए, प्रजातंत्र की रक्षा के लिए और इस संविधान की रक्षा के लिए हमलोग लड़ने के लिए, मरने के लिए और जेल जाने के लिए तैयार हैं.”

वहीं एडीजी (हेडक्वार्टर) के कृष्णन ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा और रामचंद्र यादव दोनों मामलों का चुनाव आयोग ने संज्ञान ले लिया है. आदर्श आचार संहिता अभी भी लागू है. जहां तक उपेंद्र कुशवाहा का सवाल है अगर उन्होंने सीधे तौर पर किसी को उकसाया होगा तो इसकी जिम्मेदारी उनके ऊपर होगी.

 

बता दें कि रामचंद्र यादव आरजेडी का बागी नेता है हालांकि पार्टी ने अभी तक उसको बाहर नहीं किया है. लोकसभा चुनाव में बक्सर से आरजेडी प्रत्याशी जगदानंद सिंह और बीजेपी प्रत्याशी अश्विनी चौबे के खिलाफ रामचंद्र सिंह यादव ने निर्दलीय चुनाव लड़ा है. आरजेडी के कैमूर जिलाध्यक्ष निजामुद्दीन ने कहा कि रामचंद्र को अभी कागज़ी तौर पर पार्टी से नहीं निकाला गया है. चुनाव में व्यस्त रहने की वजह से रामचंद्र यादव पर कोई कार्रवाई नहीं की गई लेकिन चुनाव नतीजों के बाद उन्हें कागज़ी तौर पर पार्टी से बाहर निकाला जाएगा. प्रेस कॉन्फ्रेस में रामचंद्र यादव ने खुद भी कहा कि तेजस्वी यादव ने अभी उसे बाहर नहीं निकाला है. हालांकि तेजस्वी यादव ने कहा कि रामचंद्र आरजेडी का नेता नहीं है.