रविवार को कर्नाटक के बेलूर टाउन में हुई एक घटना में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने ईसाई प्रार्थना सभा को कथित रूप से बाधित कर दिया।
जीसस प्रेयर हॉल में, जहां बैठक हो रही थी, कार्यकर्ताओं और भक्तों के बीच तीखी बहस भी हुई।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और भीड़ को तितर-बितर करने में सफलता हासिल की।
द हिंदू में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि हॉल में जबरन धर्म परिवर्तन हो रहा था।
बजरंग दल के क्षेत्रीय समन्वयक रघु सकलेशपुरा के हवाले से कहा गया है कि हॉल में लोगों को ईसाई धर्म अपनाने का लालच दिया जा रहा था।
उन्होंने आगे कहा कि वे मौके पर पहुंचे जब समूह के एक कार्यकर्ता ने आरोप लगाया कि हॉल में हिंदू देवताओं का अपमान किया जा रहा है।
आरोपों से इनकार करते हुए हॉल के प्रभारी सुरेश पॉल ने कहा कि संविधान ने उन्हें अपनी निजी संपत्ति पर पूजा करने का अधिकार दिया है। उन्होंने बजरंग दल को अपने आरोपों को साबित करने की चुनौती दी।