चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश के भोपाल संसदीय क्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ठाकुर द्वारा बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराए जाने के बयान पर नोटिस जारी किया है. प्रज्ञा ठाकुर को जवाब देने के लिए एक दिन का समय दिया गया है. इससे पहले भी प्रज्ञा को एक नेाटिस जारी किया जा चुका है. जिला निर्वाचन अधिकारी सुदाम खाड़े की ओर से प्रज्ञा ठाकुर को नोटिस जारी किया गया है. इस नोटिस में एक टीवी चैनल को प्रज्ञा द्वारा दिए वक्तव्य का जिक्र किया गया है. प्रज्ञा ने बयान में कहा, “राम मंदिर हम बनाएंगे एवं भव्य बनाएंगे, हम तोड़ने गए थे ढांचा, मैने चढ़कर तोड़ा था ढांचा, इस पर मुझे भयंकर गर्व है, मुझे ईश्वर ने शक्ति दी थी, हमने देश का कलंक मिटाया है.”
प्रज्ञा के इस बयान को चुनाव आयोग ने निर्धारित आचार संहिता के तहत जारी किए गए दिशा निर्देशों का उल्लंघन होता प्रतीत पाया है. लिहाजा इस पर कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए एक दिन के भीतर उनसे स्पष्टीकरण मांगा है. स्पष्टीकरण न दिए जाने पर एक पक्षीय कार्यवाही की बात कही गई है.
प्रज्ञा ठाकुर ने शनिवार रात से रविवार की सुबह तक कई समाचार चैनलों को बयान दिया, जिसमें उन्होंने विवादित ढांचे को गिराए जाने को लेकर अपनी बात कही और ढांचे को गिराए जाने पर गर्व जाहिर किया.
Bhopal District Election Officer issued a notice to BJP candidate Pragya Singh Thakur & sought explanation within a day, for her remarks, 'I had demolished the structure (in Ayodhya). I will go there & help in the construction of Ram temple.' (File pic) #MadhyaPradesh pic.twitter.com/YUetDY9cxw
— ANI (@ANI) April 21, 2019
ठाकुर ने एक अन्य चैनल से रविवार को कहा, “बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराने का अफसोस नहीं है, ढांचा गिराने पर तो हम गर्व करते हैं. हमारे प्रभु रामजी के मंदिर पर अपषिष्ट पदार्थ थे, उनको हमने हटा दिया.”
प्रज्ञा ठाकुर ने आगे कहा, “हम गर्व करते हैं, इस पर हमारा स्वाभिमान जागा है, प्रभु राम जी का भव्य मंदिर भी बनाएंगे. ढांचा तोड़कर हिंदुओं के स्वाभिमान को जागृत किया है. वहां भव्य मंदिर बनाकर भगवान की आराधना करेंगे, आनंद पाएंगे.”
बता दें कि, भाजपा ने प्रज्ञा ठाकुर को भोपाल से उम्मीदवार बनाया है. प्रज्ञा ने इससे पहले मुम्बई के एटीएस प्रमुख रहे और आतंकवादियों की गोली से शहीद हुए हेमंत करकरे पर विवादित बयान दिया था. मामले के तूल पकड़ने पर उन्होंने बयान वापस लेते हुए माफी भी मांग ली थी. इस पर भी चुनाव आयोग ने नोटिस जारी किया था. इस तरह प्रज्ञा ठाकुर को चुनाव आयोग द्वारा जारी यह दूसरा नोटिस है.