इस बीच, मुगल वंशज प्रिंस याकूब हबीबुद्दीन तूसी ने उम्मीद जाहिर की है कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट 100 करोड़ हिंदुओं की भावनाओं का ध्यान रखेगा।
40 दिन की निरंतर सुनवाई के बाद सर्वोच्च न्यायालय ने अयोध्या मामले में अपना फैसला सुरक्षित रख लिया। इसके बाद दोनों पक्षों से निरंतर प्रतिक्रियाएं भी सामने आ रही हैं।
न्यूज़ ट्रैक पर छपी खबर के अनुसार, मुगल वंशज प्रिंस याकूब हबीबुद्दीन तूसी ने उम्मीद जाहिर की है कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट 100 करोड़ हिंदुओं की भावनाओं का ध्यान रखेगा।
प्रिंस याकूब ने कहा है कि ‘हमें उम्मीद है कि विवादित स्थल पर राम मंदिर का निर्माण किया जाएगा। हम अपने उस वादे पर कायम हैं कि अगर ऐसा होता है तो भव्य मंदिर के लिए हमारी ओर से सोने की ईंट भेंट की जाएगी।
Prince Yakub Tucy said that respecting everyone, the mediation is a good solution to settle the Ram Janmabhoomi-Babri Masjid dispute, turning dreams to reality, ending long-standing conflicts happily & maintaining harmony in society- we must all move together towards these goals pic.twitter.com/FXwjzA9B7M
— HrH Prince Yakub Habeebuddin Tucy (@Princeofmoghals) March 8, 2019
साथ ही हम लोगों से गुजारिश करना चाहते हैं कि वे मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की बातों में न आएं, क्योंकि जिस संपत्ति की बात चल रही है, वो बाबर की है।’
आपको बता दें कि इससे पहले प्रिंस याकूब ने दावा किया था कि मिस्त्र की अल-अजहर यूनिवर्सिटी से उनके नाम फतवा जारी किया गया है, जिसमें लिखा गया है कि अयोध्या में विवादित भूमि पर मस्जिद का निर्माण नहीं किया जा सकता।
प्रिंस याकूब के अनुसार, उन्होंने पहले अल-अजहर यूनिवर्सिटी को खत लिखकर जानकारी दी थी कि किस तरह अयोध्या में विवादित ढांचे को ढहाया गया और अब वहां हिंदू पूजा करते हैं।