बाबरी मस्जिद- राम जन्मभूमि विवाद: 26 फरवरी को सुनवाई के लिए तारीख निर्धारित

   

राम मंदिर मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के लिए तारीख तय हो गई है। सुप्रीम कोर्ट की 5 जजों वाली संविधान पीठ इस मामले की सुनवाई अगले हफ्ते करेगी, सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के लिए 26 फरवरी का दिन निर्धारित किया है।

मामले के लिए गठित मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली संविधान पीठ में उनके अलावा जस्टिस एस ए बोबडे, जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस अब्दुल नजीर शामिल हैं।

मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली बेंच करेगी। बेंच में जस्टिस बोबडे, जस्टिस चंद्रचूड़, जस्टिस अब्दुल नजीर और जस्टिस अशोक भूषण भी शामिल हैं।

ये सुनवाई इलाहाबाद हाईकोर्ट के सितंबर 2010 के फैसले के खिलाफ दायर 14 अपीलों पर होगी। चीफ जस्टिस ने 25 जनवरी को अयोध्या विवाद की सुनवाई के लिए बेंच का पुर्नगठन किया था। पुनर्गठन में जस्टिस एनवी रमण को शामिल नहीं किया गया है।

इलाहाबाद हाईकोर्ट की तीन सदस्यीय बेंच ने 30 सितंबर, 2010 को 2-1 के बहुमत के फैसले में कहा था कि 2.77 एकड़ जमीन को तीनों पक्षों- सुन्नी वक्फ बोर्ड, निर्मोही अखाड़ा और राम लला में बराबर बांटा जाए। इस फैसले को किसी भी पक्ष ने नहीं माना। फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई।