राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) की तरफ से शिक्षा में सुधार की मांग को लेकर यहां शनिवार को निकाले गए आक्रोश मार्च में शामिल कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जमकर झड़प हुई। इस दौरान पुलिस लाठीचार्ज में रालोसपा प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा सहित कई कार्यकर्ता घायल हो गए।
इस बीच, पुलिस लाठीचार्ज के विरोध में रालोसपा ने 4 फरवरी को बिहार बंद का आह्वान किया है। महागठंबधन के नेताओं ने लाठीचार्ज की निंदा की है।
Upendra Kushwaha injured in lathi charge, Opposition calls for Bihar bandhhttps://t.co/jtiYvRAsGy pic.twitter.com/eUSAWVnADh
— Hindustan Times (@htTweets) February 2, 2019
इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम पर छपी खबर के मुताबिक, पुलिस के अनुसार, रालोसपा के कार्यकर्ताओं ने पूर्व मंत्री कुशवाहा के नेतृत्व में आक्रोश मार्च निकाला था। जेपी गोलंबर से प्रारंभ इस मार्च के डाक बंगला चौराहे के पास पहुंचने पर पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन कार्यकर्ता राजभवन की ओर जाने की कोशिश करने लगे। इसी दौरान कुछ कार्यकर्ताओं ने रोड़ेबाजी शुरू कर दी।
पुलिस ने पानी की बौछारें की और कार्यकर्ताओं को रोकने की कोशिश की। रालोसपा कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए और लाठियां भांजने लगे। इसके बाद पुलिस ने भी लाठीचार्ज कर दिया।
उपेंद्र कुशवाहा ने संवाददाताओं से कहा कि नीतीश सरकार शिक्षा विरोधी है और उसी कारण रालोसपा के आक्रोश मार्च के दौरान पुलिस से लाठियां चलवाई गईं। उन्होंने कहा कि इसमें कई कार्यकर्ता और समर्थक जख्मी हुए हैं।
उन्होंने कहा कि उन्हें भी सिर और पीठ में चोटें आई हैं। राजद नीत महागठबंधन के प्रमुख घटक दल रालोसपा के प्रमुख कुशवाहा को पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा। अधिकारी ने कहा कि रोड़ेबाजी में कुछ पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई हैं।
रालोसपा के कार्यकारी अध्यक्ष नागमणि ने कहा कि रालोसपा ने इस लाठीचार्ज के विरोध में चार फरवरी को बिहार बंद की घोषणा की है, जिसका समर्थन महागठबंधन में शामिल सभी दलों ने किया है।