पटना, 25 अगस्त । कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर उहापोह की स्थिति से निकलने के बाद बिहार कांग्रेस में भी बदलाव के आसार समाप्त हो गए।
माना जा रहा था कि कांग्रेस में उपरी स्तर पर बदलाव के बाद बिहार में भी नए अध्यक्ष के नेतृत्व कांग्रेस के चुनाव मैदान में जाने के कयास लगाए जा रहे थे। हालांकि अब सोनिया गांधी के अंतरिम अध्यक्ष बने रहने के साथ ही यह तय हो गया कि बिहार में कांग्रेस में भी बदलाव नहीं होगा और पार्टी अब चुनावी गतिविधियों को तेज कर चुनावी मैदान में उतरेगी।
कांग्रेस के सूत्र हालांकि कहते हैं कि बिहार प्रभारी में बदलाव किया जा सकता है। सूत्रों का दावा है कि प्रभारी पड़ोसी राज्य से बनाए जा सकते हैं, जिसे बिहार की राजनीति की अच्छी जानकारी हो।
इस साल होने वाले चुनाव को लेकर कांग्रेस चुनाव अभियान समिति ने तैयारी प्रारंभ जरूर कर दी थी, लेकिन वह गति नहीं पकड़ पाई थी, जो अन्य दलों ने पकड़ ली है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सभी जिलों में पहुंचकर वहां के कार्यकर्ताओं और नेताओं से भेंटकर पार्टी को धार देने की कोशिश जरूर की है, लेकिन दिल्ली में बदलाव की आशंका को लेकर बिहार में भी कांग्रेस सुस्त पड़ी थी।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा बिहार के नेताओं के साथ वर्चुअल बैठक में भी राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने की मांग उठी थी।
इधर, कांग्रेस के प्रवक्ता हरखू झा भी कहते हैं कि बिहार कांगेस अब चुनाव मैदान में पूरे जोश के साथ उतरेगी। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में चुनाव के पूर्व किसी बदलाव की उम्मीद नहीं है। कांग्रेस की प्राथमिकता अब बिहार चुनाव है। उन्होंने कहा कि राजद से सीट बंटवारे को लेकर अब बात होनी है।
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