बिहार : CPI ने कन्हैया को किया बेगूसराय सीट पर सेट, चार सीटों से कम पर महागठबंधन के लिए राजी नहीं

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लोकसभा चुनाव से पहले कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीआई) ने बिहार में महागठबंधन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। सीपीआई की बिहार इकाई ने महागठबंधन के नेताओं से कहा कि सीट बंटवारे के फॉर्मुले के तहत वे तीन से चार लोकसभा सीटों से कम पर राजी नहीं होंगे। पार्टी ने इसी के साथ दबाव बनाते हुए कहा कि सीट बंटवारे की प्रक्रिया एक हफ्ते के भीतर निपटा ली जानी चाहिए।

न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, सीपीआई बिहार इकाई के सचिव सत्य नारायण सिंह ने कहा कि पार्टी बेगूसराय सीट पर आम चुनाव लड़ेगी। फिर चाहे वह महागठबंधन का हिस्सा बने या नहीं, जिसमें लालू प्रसाद यादव का राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), राहुल गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेसी, उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी), जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवामी मोर्चा (हम) और मुकेश साहनी के नेतृत्व वाली विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) शामिल हैं।

बता दें कि सूबे में कुल 40 लोकसभा सीटें हैं। सिंह ने आगे कहा कि उनकी पार्टी जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार को बेगूसराय लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारने का फैसला पहले ही ले चुकी है।

पार्टी दफ्तर में सिंह पत्रकारों से आगे बोले- बीजेपी को हराने के लिए हमारे ख्याल से गठबंधन होना चाहिए, जिसमें सभी वाम लोकतांत्रिक निरपेक्ष ताकतें आकर एकजुट हों। चूंकि पुलवामा आतंकी हमले के बाद बीजेपी लोगों की भावनाओं के साथ खेलने की पुरजोर कोशिशों में जुटी है, लिहाजा यह काम और भी जरूरी है।

बिहार सीपीआई ने सूबे की छह सीटें चिह्नित की हैं, जहां से वह आम चुनाव लड़ना चाहती है। इनमें बेगूसराय के अलावा खगड़िया, मधुबनी, बांका, मोतिहारी और गया शामिल हैं। हालांकि, सिंह ने आगे कहा कि पार्टी बड़े गठबंधन के समर्थन में एक या सीटें छोड़ सकती है, पर वह बेगूसराय सीट नहीं छोड़ेगी। बता दें कि यह सीट सूबे में लंबे समय से सीपीआई का गढ़ मानी जाती है और इसे ‘लेनिनग्राथ’ भी कहा जाता है।

बकौल सिंह, “पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्य सभा सांसद डी राजा, जो कि लगभग महीने भर पहले रांची स्थित रिम्स में लालू से मिले थे। वह भी लालू को साफ कर चुके हैं कि सीपीआई कम से कम चार सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी।”