दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी आज अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, श्याम जाजू व मनोज तिवारी की संयुक्त प्रेस वार्ता में उम्मीदवारों का ऐलान किया. बीजेपी ने आज 57 उम्मीदवारों की सूची जारी की है. बाकी बचे हुए 13 उम्मीदवारों का एलान एक या दो दिन में किया जाएगा.
बीजेपी ने अपने सभी चारों विधायकों को टिकट देने के साथ 12 पार्षदों को भी टिकट देने का फैसला किया है. इस लिस्ट में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार का नाम नहीं है. सबका साथ सबका विकास का दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी अक्सर राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में अपने इस नारे से किनारा करती हुई दिखाई देती है. आपको बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब भारतीय जनता पार्टी ने अपनी सूची में किसी भी मुस्लिम चेहरे को टिकट नहीं दिया हो.
इसके पहले मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने महज एक मुस्लिम उम्मीदवार को ही टिकट दिया था. वहीं अभी तक बीजेपी ने नई दिल्ली सीट पर अपने पत्ते नहीं खोले हैं. इस सीट से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी हैं.
भारतीय जनता पार्टी की रणनीति को देखे तो उनकी रणनीति दिल्ली विधानसभा चुनाव में साफ तौर पर दिखाई दे रही है. बीजेपी दिल्ली विधानसभा में हिन्दू वोटों का ध्रुवीकरण करना चाहती है. ऐसा भी नहीं है कि बीजेपी में मुस्लिम फेस की कमी है. अगर पार्टी में हम केंद्रीय नेतृत्व की बात करें तो इनमें से कई बड़े मुस्लिम चेहरे लोगों की जेहन में आते हैं. इस पार्टी में एम जे अकबर, मुख़्तार अब्बास नकवी, शहनवाज हुसैन जैसे बड़े चेहरे हैं. ऐसा नहीं है कि बीजेपी ने यह पहली बार किया हो कि किसी भी मुस्लिम कैंडिडेट को चुनावी मैदान में उतारने से किनारा किया हो. आइये आपको बताते हैं कुछ और राज्यों में भी बीजेपी ऐसा प्रयोग कर चुकी है.