बैन के बावजूद सैयद अली शाहगिलानी का इंटरनेट चालू मिला, दो BSNL कर्मचारी सस्पेंड

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जम्मू-कश्मीर में धारा 370 के ज्यादातर प्रावधानों को हटाए जाने के बाद मोबाइल और इंटरनेट सेवा पर बैन लगा हुआ है। कश्मीर घाटी में अभी सिर्फ लैंडलाइन फोन ही चालू किए गए हैं। इस बीच कम्युनिकेशन पर बैन के बावजूद अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी का कथित रूप से इंटरनेट चलने के मामले में बीएसएनएल ने अपने दो कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है।
आरोप है कि दोनों ने हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नाता अली शाह गिलानी को प्रतिबंध को ताक पर रखकर इंटरनेट लिंक मुहैया कराया हुआ था। इस दौरान गिलानी ने अपने कथित अकाउंट से कई ट्वीट भी किए थे। हालांकि यह अकाउंट वेरिफाइड नहीं है। गिलानी के इस कथित अकाउंट से ट्वीट होने के बाद सवाल उठे कि जब पूरे प्रदेश में इंटरनेट पर बैन लगा हुआ था तो गिलानी के पास कैसे यह सुविधा पहुंची। 4 अगस्त के बाद से इस अकाउंट से कई आपत्तिजनक ट्वीट किए गए।
14 दिन बाद श्रीनगर में खुले स्कूल
बता दें कि अनुच्छेद 370 पर केंद्र सरकार के एक्शन के बाद शनिवार को 96 में से 17 टेलिफोन एक्सचेंज चालू करते हुए कश्मीर में लैंडलाइन फोन सेवा शुरू हुई थी। इस बीच सोमवार को श्रीनगर के 190 से ज्‍यादा प्राइमरी स्‍कूल करीब 14 दिनों बाद फिर से खोल दिए गए हैं। बीते कई दिनों से पढ़ाई का काम बाधित होने के बाद तमाम छात्र स्कूलों की क्लासेज में जाते नजर आए हैं।
अधिकारियों का कहना है कि सीनियर क्लासेज के स्कूल कुछ वक्त बाद खोले जाएंगे। जितने दिनों तक स्‍कूल बंद रहे हैं, उनके बदले इस महीने के बाद में पूरक कक्षाएं लगाई जाएंगी। हालात सामान्‍य होते ही अन्‍य जिलों के स्‍कूल भी खोल दिए जाएंगे।
दूसरी ओर किसी भी अव्‍यवस्‍था से निपटने के लिए सेना समेत अन्‍य सुरक्षा बल 24 घंटे मोर्चे पर तैनात हैं।
10 और टेलिफोन एक्सचेंज चालू
इससे पहले घाटी में रविवार को 10 और टेलिफोन एक्सचेंज ने काम करना फिर से शुरू कर दिया। हालांकि पहले बहाल 17 एक्सचेंज में से एक की सेवाएं रोक दी गई हैं। अधिकारियों ने बताया कि प्रशासन को लैंडलाइन फोन का इस्तेमाल दुष्प्रचार अभियान में करने की जानकारी मिलने के बाद एक एक्सचेंज पर सेवाएं फिर से रोकी गई हैं। घाटी में मौजूद 50,000 टेलिफोन फिक्स्ड लाइन में 28,000 को चालू कर दिया गया है।
रविवार को जिन टेलिफोन एक्सचेंज का परिचालन शुरू किया है, वे हैं- श्रीनगर जिले में डल झील, सचिवालय और निशात, उत्तरी कश्मीर में पट्टन, बोनियार और बारामुला, बडगाम जिले के चाबुरा और चरार-ए-शरीफ और दक्षिण कश्मीर की ऐशमुकाम। पांच अगस्त को केंद्र की ओर से अनुच्छेद-370 के तहत जम्मू-कश्मीर को मिले विशेष दर्जे को खत्म करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेश में विभाजित करने की घोषणा से पहले राज्य में लैंडलाइन फोन और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थीं।
सिर्फ इनकमिंग कॉल की मिलेगी सुविधा
कश्मीर में मोबाइल सर्विस की बहाली इस हफ्ते के आखिर तक होने की उम्मीद है। सूत्रों ने कहा कि शुरुआत में केवल इनकमिंग कॉल की सुविधा दी जाएगी। इससे यहां के स्थानीय लोग जम्मू-कश्मीर से बाहर अन्य राज्यों से कॉल अटेंड कर सकेंगे और आईएसडी कॉल की सुविधा भी प्राप्त कर सकेंगे, जबकि मोबाइल इंटरनेट अभी कुछ समय तक बंद ही रहेगा।