ब्रिटेन ने ब्रेक्सिट गतिरोध खत्म करने के लिए 12 दिसंबर के चुनाव की तैयारी की

   

लंदन : ब्रेक्सिट गतिरोध को खत्म करने के उद्देश्य से एक प्रारंभिक मतदान के लिए प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने मंगलवार को संसद से अनुमोदन प्राप्त करने के बाद लगभग एक सदी में ब्रिटेन में अपना पहला दिसंबर का चुनाव होगा। यूरोपीय संघ ने छोडने के लिए एक तिहाई देरी की अनुमति दी थी जो मूल रूप से 29 मार्च को होने वाली थी। जॉनसन, जिन्होंने 31 अक्टूबर को ब्रेक्सिट का वादा किया था, “करो या मरो”, संसद के बाद 12 दिसंबर के चुनाव की मांग की – जहां उनके पास कोई बहुमत नहीं है।

ब्रिटेन में पिछले पांच सालों में होने वाला ये तीसरा आम चुनाव है. 1923 के बाद पहली बार ऐसा होगा जब ब्रिटेन में दिसंबर में चुनाव होने वाला है. ब्रिटेन में 12 दिसंबर को चुनाव होगा, जिसका परिणाम 13 दिसंबर को ही आ जाएगा. मंगलवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) को सांसदों ने 12 दिसंबर को आम चुनाव कराए जाने के पक्ष औपाचारिक वोट के ज़रिए उनके प्रस्ताव का समर्थन किया था.

चुनाव के पक्ष में आये कई सांसद
ब्रिटिश संसद के निचले सदन ‘हाउस ऑफ़ कॉमन्स’ में 12 दिसंबर के चुनाव के पक्ष में 438 सांसदों ने वोट दिया और विरोध में 20. इस तरह 418 वोटों के बहुमत से जॉनसन के 12 दिसंबर को चुनाव कराये जाने की योजना कामयाब हो गई. लेबर पार्टी के सांसद चाहते थे कि चुनाव 9 नवंबर को कराए जाएं. पार्टी का कहना है कि 9 दिसंबर को चुनाव होने से यूनिवर्सिटी के छात्रों के लिए वोट देने में आसानी होगी, क्योंकि तब तक शैक्षणिक सत्र चल रहा होगा.

ब्रिटेन में दिसंबर के मौसम भयंकर ठंड होती है, जिसके कारण तापमान बेहद कम हो जाता है. ऐसी ठंड में चुनाव कराना न केवल मुश्किल होगा, बल्कि चुनौती भी होगा. सर्दियों में ब्रिटेन में दिन भी बहुत छोटे होते हैं और दोपहर बाद से ही अंधेरा होने लगता है, ऐसे में चुनावी प्रक्रिया ठीक से संपन्न कराना अपने आप में ही एक चुनौती है. दिसंबर के मौसम में क्रिसमस और शादियों का वक़्त होता है जिसके कारण 12 दिसंबर को होने वाले चुनाव के लिए पोलिंग स्टेशन बनाने की जगह बहुत कम होगी. कई बड़े वेन्यू पहले से ही क्रिसमस, शादियों और पार्टियों के लिए बुक कर लिए जाते हैं. इन वजहों से मतदान प्रतिशत कम होने की आशंका भी जताई जा रही है.

ब्रेक्जिट विधेयक के लिए मंगलवार को संसद की पहली बाधा पार करने में कामयाब रहे. वोटिंग के दौरान उनके प्रस्ताव को 299 के मुकाबले 329 मतों का समर्थन मिला. ब्रेक्सिट शब्द का मतलब है कि ब्रिटेन यूरोपीय संघ से अलग होना, सेमी ब्रेक्जिट का मतलब ये होगा कि ईयू से अलग होने के बाद ब्रिटेन ईयू की शर्तें मानता रहेगा. बाहर रहकर उसके साथ बना रहेगा. जिससे आर्थिक हितों, रोजगार और बहुराष्ट्रीय कंपनियों को ब्रिटेन से बाहर जाने से बचाया जा सकेगा.