भारतीय मूल की वकील नेओमी जहांगीर ने अमेरिका में रचा इतिहास!

   

भारतीय मूल की प्रख्यात अमेरिकी वकील नेओमी जहांगीर राव ने ‘डिस्ट्रिक ऑफ कोलंबिया सर्किट कोर्ट ऑफ अपील्स’ के अमेरिकी सर्किट जज के रूप में शपथ ग्रहण की है। उन्होंने विवादों से घिरे ब्रेड कावानॉ का स्थान लिया है।

ज़ी न्यूज़ पर छपी खबर के अनुसार, शपथ ग्रहण के दौरान उनके पति अलान लेफेकोविट्ज भी मौजूद थे। अमेरिका सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश क्लेरेंस थॉमस ने मंगलवार को व्हाइट हाउस के रूजवेल्ट रूम में राव को शपथ दिलाई। उन्होंने बाइबिल की शपथ ली।

व्हाइट हाउस के एक कार्यक्रम के मुताबिक, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुये। भारत के पारसी डॉक्टर जेरीन राव और जहांगीर नरिओशांग राव के घर डेट्रायट में जन्मी नेओमी राव, श्री श्रीनिवासन के बाद दूसरी भारतीय अमेरिकी हैं जो शक्तिशाली अदालत का हिस्सा बनी हैं। माना जाता है कि इस अदालत से अधिक शक्तिशाली केवल अमेरिकी सर्वोच्च न्यायालय है।

मालूम हो कि नेओमी जहांगीर राव के जज के रूप में नियुक्ति से पहले रेप पर उनकी ओर से दिए गए बयान पर सवाल उठे थे। सीनेट की न्यायपालिका समिति ने मंगलवार को नेओमी राव के नियुक्ति पर विचार करने के लिए बैठक की थी और इस दौरान नेओमी को डेमोक्रेट्स के तीखे सवालों का सामना करना पड़ा था।

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश ब्रेट कैवनॉग के स्थान पर नेओमी राव को नियुक्त किया है। वह दुष्कर्म पर दिए अपने बयानों को लेकर विवादों में रही हैं।

भारतीय मूल की अमेरिकी महिला नेओमी से डेमोक्रेट्स ने न केवल ट्रंप प्रशासन में उनके काम को लेकर, बल्कि दशकों पहले येल विश्वविद्यालय की छात्रा के रूप में महिलाओं पर डेट रेप से बचने के लिए अपना व्यवहार बदलने संबंधित टिप्पणी को लेकर भी तीखे सवाल पूछे।

मंच पर जब अधिकांश डेमोक्रेट सीनेटर ने उनके शुरुआती लेखों का जिक्र किया तो राव ने अपना पक्ष रखते हुए सीनेटरों से कहा, ‘मुझे अपनी भाषा पर शर्मिंदगी है। उन्होंने कहा कि यह सब दो दशक पहले हुआ है, जब वह कॉलेज में थीं।