भारत का गुलाबी शहर जयपुर, विश्व धरोहर कमेटी की 43वीं बैठक के दौरान आज यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया। संस्कृति मंत्रालय के हवाले से इसकी सूचना दी गई है कि अजरबैजान के बाकू शहर में आयोजित हो रही विश्व धरोहर केंद्र की बैठक में यह फैसला लिया गया है।
वास्तुकला की शानदार विरासत और जीवंत संस्कृति के लिए मशहूर प्राचीन शहर जयपुर ने शनिवार को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल सूची में जगह बना ली। यूनेस्को ने शनिवार दोपहर ट्वीट किया, ‘भारत के राजस्थान में जयपुर शहर को यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल के तौर पर चिन्हित किया गया।’
Ministry of Culture: India’s pink city Jaipur declared a World Heritage site by UNESCO today during 43rd meeting of World Heritage Centre being held in Baku, Azerbaijan . pic.twitter.com/ugsqDpf5Er
— ANI (@ANI) July 6, 2019
बाकू (अजरबैजान) में 30 जून से 10 जुलाई तक यूनेस्को की विश्व धरोहर कमेटी के 43वें सत्र के बाद इसकी घोषणा की गई। इस बैठक में विश्व विरासत सूची में जयपुर शहर का नाम शामिल करने पर विमर्श हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जयपुर को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के तौर पर चिन्हित किए जाने पर खुशी जताई।
मोदी ने ट्वीट किया, ‘जयपुर संस्कृति और शौर्य के साथ जुड़ा शहर है। मनोहर और ऊर्जावान, जयपुर का आतिथ्य दुनिया भर के लोगों को आकर्षित करता है। खुशी है कि यूनेस्को ने इस शहर को विश्व धरोहर स्थल के तौर पर चिन्हित किया है।’
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बतााया कि आईसीओएमओएस (स्मारक और स्थल पर अंतरराष्ट्रीय परिषद) ने 2018 में शहर का निरीक्षण किया था। नामांकन के बाद बाकू में डब्ल्यूएचसी ने इस पर गौर किया और इसे यूनेस्को विश्व विरासत स्थल सूची में शामिल किया। राजस्थान में ऐतिहासिक शहर जयपुर की स्थापना सवाई जय सिंह द्वितीय के संरक्षण में हुई थी। सांस्कृतिक रूप से संपन्न राज्य राजस्थान की राजधानी है।