भारत बंद से भारत-बांग्लादेश व्यापार रहा बेअसर

   

अगरतला/इंफाल, 8 दिसंबर । केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए विवादास्पद कृषि कानूनों को लेकर किसान यूनियनों की ओर से मंगलवार को बुलाए गए भारत बंद से पूर्वोत्तर राज्यों के साथ भारत-बांग्लादेश व्यापार अप्रभावित रहा।

सीमा शुल्क और चेक-पोस्ट अधिकारियों के अनुसार, त्रिपुरा और मेघालय में एकीकृत चेक पोस्ट (आईसीपी) और लैंड कस्टम स्टेशन (एलसीएस) के माध्यम से भारत-बांग्लादेश व्यापार और मौरे आईसीपी (पूर्वी मणिपुर में) के माध्यम से भारत-म्यांमार व्यापार सुचारु रूप से जारी रहा। किसानों की ओर से बुलाए गए भारत बंद के बीच बिना किसी हस्तक्षेप के व्यापार हुआ।

अगरतला-अखौरा (बांग्लादेश) आईसीपी पश्चिम बंगाल में पेट्रापोल-बेनापोल आईसीपी के बाद दोनों पड़ोसियों के बीच दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक बिंदु है।

अगरतला-अखौरा आईसीपी के प्रबंधक देबाशीष नंदी ने आईएएनएस को बताया कि भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापार भारत बंद से पूरी तरह अप्रभावित रहा।

अगरतला से सटे अगरतला-अखौरा आईसीपी पूर्वोत्तर भारत में सबसे महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय व्यापारिक भूमि बंदरगाह है, जिसके माध्यम से बांग्लादेश से हर दिन विभिन्न सामानों से भरे औसतन 80 से 100 ट्रक त्रिपुरा पहुंचते हैं।

अगरतला-अखौरा आईसीपी के माध्यम से हर दिन औसतन तीन से चार करोड़ रुपये का व्यापार होता है।

सात पूर्वोत्तर राज्यों से सटे भारत-बांग्लादेश और भारत-म्यांमार सीमा के साथ लगभग 35 ऑपरेशनल लैंड कस्टम्स स्टेशन हैं।

चार भारतीय पूर्वोत्तर राज्य – त्रिपुरा, मेघालय, मिजोरम और असम – बांग्लादेश के साथ 1,880 किलोमीटर की सीमा साझा करते हैं, जबकि मिजोरम, मणिपुर, नगालैंड और अरुणाचल प्रदेश म्यांमार के साथ 1,640 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करते हैं।

–आईएएनएस

एकेके/एसजीके