हैदराबाद, 25 अप्रैल । भारत बायोटेक ने शनिवार को कोविड 19 की वैक्सीन, कोवैक्सीन का मूल्य निर्धारण करने की घोषणा की है। जिसके बाद तीखी बहस शुरु हो गई है। आलोचकों ने टीका निर्मातोओं के खिलाफ मुनाफाखोरी का नारा देना शुरु कर दिया है।
हैदराबाद स्थित कंपनी ने कोवाक्सिन की कीमत निजी अस्पतालों के लिए 1,200 रुपये तय की है। यह कोविशिल्ड के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्धारित लागत से दोगुना है।
जबकि एसआईआई ने घोषणा की है कि कोविशिल्ड को राज्य सरकारों को प्रति खुराक 400 रुपये में प्रदान किया जाएगा, जबकि भारत बायोटेक इसके लिए 600 रुपये का शुल्क लेगा।
निर्यात के लिए, भारत बायोटेक ने भारत के पहले स्वदेशी कोविड वैक्सीन की कीमत 15 डॉलर से 20 डॉलर तक (1,125 से 1,500 रुपये) रखी है।
जब से भारत में कोविड टीकाकरण कार्यक्रम शुरू हुआ है, तब से भारत बायोटेक और एसआईआई, केंद्र को 150 रुपये प्रति खुराक पर अपने टीकों की आपूर्ति कर रहे हैं।
जबकि भारत बायोटेक केंद्र की आपूर्ति उसी कीमत पर जारी रखेगा, लेकिन एसआईआई इसे संशोधित कर 400 रुपये करने की मांग कर रहा है।
कोवाक्सिन और कोविशिल्ड देश में टीकाकरण कार्यक्रम के भाग के रूप में प्रशासित होने वाले दो टीके हैं।
सरकार के को विन पोर्टल के अनुसार, 13,87,56,860 कोविड19 टीकाकरण के लिए अब तक प्रशासित किए गए 12,59,23,959 कोविल्ड हैं, जबकि 1,28,32,900 कोवैक्सीन हैं।
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