भारत में 2021 में 93 अरब डॉलर तक पहुंचेगा आईटी खर्च : गार्टनर

   

मुंबई, 7 अप्रैल । भारत में प्रौद्योगिकी खर्च (आईटी स्पेंडिंग) 2021 में कुल 93 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है, जिसमें पिछले साल 2020 की तुलना में 7.3 प्रतिशत की वृद्धि होगी।

गार्टनर की ओर से बुधवार को जारी एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है।

भारत में हालांकि यह वृद्धि वैश्विक औसत से कम रहेगी, क्योंकि दुनियाभर में आईटी खर्च 2021 में कुल 4.1 खरब तक पहुंचने का अनुमान है, जिसमें 2020 की तुलना में 8.4 प्रतिशत की वृद्धि होगी।

गार्टनर के विशिष्ट अनुसंधान उपाध्यक्ष जॉन-डेविड लवलॉक ने एक बयान में कहा, आईटी अब पारंपरिक रूप से कॉर्पोरेट संचालन का समर्थन नहीं करता है, लेकिन यह व्यवसायिक मूल्य वितरण (बिजनेस वैल्यू डिलीवरी) में पूरी तरह से भाग ले रहा है।

उन्होंने कहा, यह न केवल आईटी को एक बैक-ऑफिस भूमिका से व्यवसाय के मोर्चे पर शिफ्ट करता है, बल्कि यह ओवरहेड व्यय से धन के स्रोत को भी बदलता है।

सभी आईटी खर्च सेगमेंट में 2022 तक सकारात्मक वृद्धि का अनुमान है।

गार्टनर ने कहा कि उच्चतम वृद्धि उपकरणों या डिवाइस (14 प्रतिशत) और उद्यम सॉफ्टवेयर (10.8 प्रतिशत) से होगी, विभिन्न क्योंकि संगठन अपने कार्यबल के लिए अधिक आरामदायक, इनोवेटिव और उत्पादक वातावरण प्रदान करने के लिए अपना ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

रिपोर्ट में यह उम्मीद भी जताई गई है कि क्लाउड 2021 के दौरान भारत में अपेक्षित सॉफ्टवेयर विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

गार्टनर के सीनियर रिसर्च डायरेक्टर नवीन मिश्रा ने कहा, भारतीय अर्थव्यवस्था में इस साल धीमी, लेकिन स्थिर विकास गति दिख रही है।

उन्होंने कहा, इसके अतिरिक्त, कुछ क्षेत्रों जैसे कि बीमा, बुनियादी ढांचे, दूरसंचार में विदेशी निवेश की सरकारी छूट व्यापार और आईटी लीडर्स को अपनी डिजिटल परिवर्तन यात्रा में तेजी लाने के लिए अतिरिक्त धन प्रदान करेगी।

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