लोकसभा में एनआईए को और शक्तियां देने वाला संशोधन बिल पास हो गया है। इस बिल के पास होने के बाद एनआईए उस व्यक्ति को आतंकवादी घोषित कर पाएगी जिसके आतंकी से संबंध होने का शक हो।
इसी बिल पर चर्चा को लेकर बीजेपी के बागपत से सांसद सत्यपाल सिंह बोल रहे थे। उनके भाषण के दौरान ही सदन में हंगामा शुरू हो गया। सत्यपाल सिंह पिछले सालों में हुए कई बम धमाकों को लेकर बोल रहे थे।
इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, इस बिल पर चर्चा के दौरान मुंबई के पुलिस कमिश्नर रह चुके सत्यपाल सिंह ने एक राज़ खोला और बताया कि कैसे मक्का मस्जिद हमले की जांच के दौरान एक मुख्यमंत्री का फोन आया था और कुर्सी लेने की धमकी दी गई थी।
#WATCH: Union Home Minister Amit Shah says in Lok Sabha,"sunne ki bhi aadat daliye Owaisi Sahab, iss tarah se nahi chalega." Shah said this after AIMIM MP Asaduddin Owaisi objected to a part of BJP MP Satya Pal Singh's speech during discussion on NIA Amendment Bill. pic.twitter.com/QsbwsqYcKp
— ANI (@ANI) July 15, 2019
उन्होंने सदन में कहा, “हैदराबाद के केस में मुझे याद है। एक पुलिस कमिश्नर ने मक्का मस्जिद ब्लास्ट केस की जांच शुरू की और संदिग्धों को पकड़ना शुरू किया जो कि अल्पसंख्यक समुदाय से आते थे तो मुख्यमंत्री ने खुद पुलिस कमिश्नर को फोन किया और कहा कि आप ऐसा मत कीजिए वरना आप अपनी नौकरी गंवा देंगे।“
ज़िक्र हैदराबाद का था सो ये बात ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के सांसद असदुद्दीन ओवैसी को चुभ गई। उन्होंने मांग की कि सत्यपाल सिंह को अपने दावे से संबंधित सभी रिकॉर्ड सदन के पटल पर रखने चाहिए।
इसी के बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया। इस पर, शाह अपनी सीट से उठे और कहा कि ट्रेजरी बेंच के सदस्यों ने भाषणों के दौरान विपक्षी सदस्यों को परेशान नहीं किया, इसलिए उन्हें भी ऐसा करना चाहिए।
बता दें कि 18 मई 2007 को जुमे की नमाज के दौरान हैदराबाद की मक्का मस्जिद में एक ब्लास्ट हुआ था। इस धमाके में 9 लोगों की जान गई थी, जबकि 58 लोग घायल हो गए थे। इस घटना के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए हवाई फायरिंग की थी, जिसमें पांच और लोग मारे गए थे।