इंफाल. मणिपुर के तुंगजॉय गांव के निवासियों ने क्वारंटाइन सेंटर बनाने के लिए 80 हट का निर्माण किया है. इन हट में लॉकडाउन के दौरान देश के दूसरे राज्यों से वापस आने वाले लोगों को रखा जाएगा. तुंगजॉय गांव मणिपुर की कैपिटल इंफाल से 112 किलोमीटर दूर स्थित है जहां रुकने की व्यवस्था की गई है. इन सेंटरों में सभी बुनियादी सुविधाएं दी गई हैं. ग्राम प्राधिकरण द्वारा की गई इस पहल की मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने तारीफ की और कहा, मेरी सलामी, तुंगजॉय विलेज अथॉरिटी के उन ग्रामीणों को जिन्होंने राज्य के बाहर से आने वालों के लिए क्वारंटाइन सेंटर बनाया.
डॉक्टर जितेन्द्र सिंह ने ट्वीट कर कहा, तुंगजॉय विलेज अथॉरिटी ने राज्य के बाहर से आने वाले अपने ग्रामीणों के लिए क्वारेंटाइन के लिए 80 हट स्थापित की हैं. इसमें बिस्तर, अलग टॉयलेट, गैस टेबल, पानी की आपूर्ति और चार्जिंग सॉकेट भी लगे हैं. साथ ही इन हटों में जरूरी सामान का भी स्टॉक भी रखा गया है.
इस बीच मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार चल रहे लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे लोगों को वापस लाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. परिवहन निदेशक मर्किना रामामी ने कहा कि सरकार ने कम से कम 1140 फंसे हुए मणिपुरियों को लाने के लिए व्यवस्था की है. इनमें से कुछ 11 मई को स्पेशल ट्रेन में चेन्नई से रवाना हुए थे और मणिपुर के जिरीबम रेलवे स्टेशन पहुंचे.
उन्होंने कहा कि यात्रियों को उनके गंतव्य तक छोड़ने के लिए 50 बसों का इंतजाम किया गया है. मेडिकल टीमों द्वारा लौटने वालों की जांच करने के बाद उन्हें उनके जिलों में भेजा दिया जाएगा.