मतगणना के दौरान पश्चिम बंगाल में हिंसा की आशंका!

,

   

मंगलवार के दिन पूरे दिन भर ईवीएम के मुद्दे पर विपक्ष की तकरार जारी रही। विपक्षी दलों ने इसके लिए सुप्रीम कोर्ट से लेकर चुनाव आयोग तक अपना पक्ष रखा और निष्पक्ष मतगणना सुनिश्चित कराने की मांग की। वहीं, भाजपा को आशंका है कि बंगाल में मतगणना के दौरान भी भारी हिंसा हो सकती है।

पार्टी इसके लिए चुनाव आयोग के पास भी जा सकती है। बंगाल के साथ-साथ देश के अन्य हिस्सों के लिए भी भाजपा ने अपने सभी प्रत्याशियों को निर्देश दिया है कि मतगणना के दौरान मशीनें खुलने के सभी काउंटर पर उसके प्रतिनिधि मुस्तैद रहें। संगठन के शीर्ष पदाधिकारियों को भी अपने-अपने क्षेत्रों में उपस्थित रहने के निर्देश दिये गए हैं।

अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, भाजपा की सबसे बड़ी चिंता पश्चिम बंगाल को लेकर है। पार्टी का अनुमान है कि मतदान के सभी सातों चरणों में हुई हिंसा के क्रम में मतगणना के दिन भी बंगाल में भारी हिंसा हो सकती है।

मतगणना केंद्रों पर उसके प्रत्याशियों-प्रतिनिधियों के लिए बड़ा खतरा हो सकता है। यही कारण है कि भाजपा नेता और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण पहले ही मतगणना तक केंद्रीय सुरक्षा बलों को बंगाल में ही बनाए रखने की मांग कर चुकी हैं।

खबर है कि मतगणना के समय अतिरिक्त सुरक्षा बलों को लगाने की मांग को लेकर बुधवार को भाजपा नेता चुनाव आयोग से भी मिल सकते हैं।

विधानसभा चुनाव में मिली हार को पीछे छोड़ चुकी भाजपा मध्य प्रदेश में एक बार फिर अपनी मजबूत वापसी की उम्मीद पाले बैठी है। लेकिन इस बीच पार्टी ने छिंदवाड़ा और कुछ अन्य जगहों पर प्रशासन से असहयोग मिलने की शिकायत की है।

कुछ जगहों पर ईवीएम सुरक्षा की तैनाती में लगे उसके प्रतिनिधियों से हिंसा होने की भी खबरें आई हैं। इसे देखते हुए पार्टी मध्यप्रदेश में भी बहुत सतर्क रहेगी। पार्टी ने इसके बाबत चुनाव आयोग से शिकायत भी की है।

यूपी में महागठबंधन अपनी बड़ी जीत का दावा कर रहा है। लेकिन चुनावी सर्वे में उसके लिए अलग-अलग परिणाम बताए गए हैं। यही कारण है कि मायावती और अखिलेश भी ईवीएम विवाद पर मुखर हो गए हैं।

इसी बीच, गाजीपुर से भाजपा प्रत्याशी मनोज सिन्हा और गठबंधन प्रत्याशी अफजाल अंसारी के बीच कड़ी टक्कर होती बताई गई है। अंसारी के समर्थकों ने सोमवार देर रात ईवीएम बदले जाने की बात कहकर हंगामा खड़ा कर दिया।

जिसके बाद अंसारी भी वहां पहुंचे, इससे स्थिति बिगड़ गई। प्रशासन के दखल के बाद बात संभलती बताई गई है। लेकिन इन परिस्थितियों को देखते हुए भाजपा ने मतगणना के दौरान पार्टी नेताओं को सतर्क रहने को कहा है।