मतदान को लेकर क्या मुस्लिम मतदाताओं में उत्साह कम देखें जा रहे हैं?

   

फीरोजाबाद में कम मतदान फीसद से न सिर्फ राजनैतिक दल बल्कि विश्लेषक भी हैरान हैं। मुस्लिम एवं पिछड़े इलाकों के जिन मतदान केंद्रों पर लंबी लाइन लगती थी। वहां भी इस बार सन्नाटा पसरा रहा। इन इलाकों में 60 फीसद से कम मतदान हुआ। कुछ बूथों पर तो 40 से 45 फीसद ही वोट पड़े।

जागरण डॉट कॉम के अनुसार, मतदान के आंकड़े गवाही दे रहे हैं कि सपा-बसपा गठबंधन के बाद भी इस बार एससी वर्ग और मुस्लिम वोटरों ने मतदान को लेकर खास उत्साह नहीं दिखाया। राष्ट्रीय श्रमिक विद्यालय करबला में आठ बूथ हैं। यहां अधिकांश वोटर एससी एवं पिछड़े वर्ग के हैं। इस मतदान केंद्र पर औसतन 53 फीसद वोट पड़े।

नगला करन ङ्क्षसह स्थित बीआर आंबेडकर इंटर कॉलेज में नौ बूथ बनाए गए हैं। यहां भी अधिकांश वोटर एससी व पिछड़ा वर्ग के हैं। यहां बने बूथ संख्या 306 पर 42.60, बूथ नंबर 308 पर 43.12 और बूथ नंबर 309 व 310 पर 50 फीसद से कम वोट पड़े।

कांशीराम आवासीय कॉलोनी पचवान में बने बूथ नंबर 332 पर 47.63 और 333 पर मात्र 44.11 फीसद वोट पड़े। इस कॉलोनी में ज्यादातर परिवार एससी, ओबीसी एवं मुस्लिम वर्ग के हैं।

मुस्लिम इलाकों की बात करें तो जाटवपुरी स्थित सुगरा बेगम इंटर कॉलेज के चार और राही नगर के अलहुदा मॉडर्न स्कूल के दो बूथों पर औसतन 55.4 फीसद मतदान हुआ। शीशग्रान, गालिब नगर, हाजीपुरा जैसे इलाकों में कई बूथों पर 50 फीसद से कम वोट पड़े।