मदरसा के छात्र शाहिद रज़ा जो पांच वक्त की नमाज पाबंदी के साथ अदा करते हैं, यूपीएससी इम्तिहान में कामयाब

   

अमीनाबाद, यूपी : मदरसे से आलिम की पढ़ाई पूरी कर चुके शेरघाटी थाने के अमीनाबाद गांव के शाहिद रजा खान ने यूपीएससी सिविल सर्विसेज के इम्तिहान में बाजी मार ली है। शुक्रवार को आए लोक सेवा आयोग के परिणाम में कामयाब छात्रों की सूची में शाहिद का नाम सामने आने पर उसके रिश्तेदार और दोस्त तथा जान पहचान वाले बेहद खुश हैं। दिल्ली में रहकर जेएनयू से अरबी और पश्चिम एशिया विषय की पढ़ाई कर रहे शाहिद ने दूसरे प्रयास में यह कामयाबी पाई है। इम्तिहान के लिए उसने दिल्ली के जामिया मिल्लिया आइएएस इंस्टिच्यूट से कोचिंग भी की थी।

दिल्ली में रहने वाले शाहिद के बड़े भाई डा. जावेद अली ने फोन पर इस संवाददाता को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सात भाइयों और चार बहनों में में सातवें नम्बर पर रहे शाहिद ने बड़ी लगन से यह परीक्षा दी थी और उसे कामयाबी की उम्मीद भी थी। झारखंड के बोकारो में सीसीएल के सुपरवाइजर के रूप में 2008 में सेवानिवृत हुए मो. मुमताज अली के पुत्र शाहिद के तीन भाई सउदी अरब में रहते हैं।

पढ़ाई लिखाई के मामले में शाहिद को गाइड करने वाले गया के मंजूर इंग्लिश कोचिंग के संस्थापक ताबिश मंजूर ने बताया कि वर्ष 2007 में उसने गया के सोहैपुर हाइ स्कूल से मैट्रिक की परीक्षा पास की थी। इसके पूर्व उत्तर प्रदेश के मुबारकपुर स्थित मदरसा जामिया अशरफिया से उसने आलिम की डिग्री ली थी। बंगलौर में रहने वाले शाहिद के एक रिश्तेदार अरशद खान ने बताया कि आइएएस की परीक्षा में बैठने के पूर्व उसने जेआरएफ से स्कालरशिप ग्रांट भी लिया था। अंतर्राष्ट्रीय सम्बंधों पर वह पीएचडी भी कर रहे हैं। धार्मिक विषय की गूढ़ जानकारी रखने के साथ वह हर दिन पांच वक्त की नमाज भी पाबंदी से अदा करते हैं।