मध्य प्रदेश- 18 मंत्रियों ने कमलनाथ को इस्तीफा सौंपा

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मध्य प्रदेश में 7 दिन से चल रहे सियासी ड्रामे में सोमवार को बड़ा मोड़ आया। देर रात हुई कैबिनेट की बैठक में 18 मंत्रियों ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को अपना इस्तीफा सौंप दिया। 4 अन्य मंत्री मंगलवार को अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री को दे सकते हैं। दरअसल, कमलनाथ ने कैबिनेट बैठक सरकार पर आए उस संकट का समाधान निकालने के लिए बुलाई थी, जो सिंधिया गुट के 6 मंत्रियों के बेंगलुरु जाने के बाद खड़ा हुआ। इन मंत्रियों के साथ 12 विधायक भी बेंगलुरु चले गए हैं। इस्तीफा देने के बाद मंत्रियों ने कहा कि उनकी आस्था कमलनाथ में है और वे अब अपने विवेक से कैबिनेट विस्तार कर सकते हैं। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि यह माफिया की मदद से सरकार को अस्थिर करने की साजिश है।

दिल्ली में ही रहे सिंधिया, सचिन पायलट से मुलाकात की
ज्योतिरादित्य सिंधिया अभी दिल्ली में हैं। वे आधे घंटे के लिए अपने आवास से अकेले बाहर निकले थे। सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने सचिन पायलट से मुलाकात की। कमलनाथ के मंत्रियों इस्तीफे के बाद राहुल गांधी रात 12 बजे सोनिया गांधी से मिलने पहुंचे। सूत्रों का कहना है कि मध्य प्रदेश में सरकार का संकट टालने के लिए सिंधिया को मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाया जा सकता है। कमलनाथ ने भी मंगलवार शाम 5 बजे विधायकों की बैठक बुलाई है।

इस्तीफे क्यों, विस्तार के आसार क्यों?
इस्तीफे क्यों: सिंधिया गुट की नाराजगी के बाद सरकार के अस्थिर होने का खतरा था। कमलनाथ के प्रति भरोसा जाहिर करते हुए मंत्रियों ने इस्तीफे दिए ताकि आलाकमान को किसी भी तरह के दबाव में न आने का साफ संकेत पहुंचाया जा सके।
विस्तार के आसार क्यों: मंत्रियों ने इस्तीफे सौंपने के साथ ही कमलनाथ को अपनी मर्जी के अनुसार कैबिनेट विस्तार की आजादी दे दी है। इसके जरिए कमलनाथ असंतुष्टों को मनाकर सरकार को मजबूती से कायम रख सकते हैं। असंतुष्टों में सिंधिया गुट के साथ ही हाल ही में बगावत करने वाले सपा, बसपा और निर्दलीय विधायक भी हैं।

शाह ने सोमवार देर रात शिवराज-तोमर के साथ बैठक की
तेजी से बदलते सियासी घटनाक्रम के बीच गृह मंत्री अमित शाह ने भी दिल्ली स्थित आवास पर भाजपा नेताओं शिवराज सिंह चौहान और नरेंद्र सिंह तोमर के साथ बैठक की। मंगलवार को भोपाल में भाजपा ने विधायक दल की बैठक बुलाई है। कहा जा रहा है कि इस बैठक में शिवराज को गोपाल भार्गव की जगह विधायक दल का नेता चुना जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा 16 मार्च से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र में अविश्वास प्रस्ताव ला सकती है।

राज्यपाल लालजी टंडन ने छुट्टियां कैंसिल कीं
मध्य प्रदेश के सियासी हालात को देखते हुए राज्यपाल लालजी टंडन ने छुट्टियां कैंसिल कर दी हैं। वे मंगलवार को भोपाल लौट रहे हैं। वे 5 दिन के लिए लखनऊ गए हुए थे।

बेंगलुरु में ये मंत्री- और विधायक

राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, श्रम मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट, महिला बाल विकास इमरती देवी, खाद्य एवं नागरिक अापूर्ति मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी। वहीं इनके साथ राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, मुन्नालाल गोयल, ओपीएस भदौरिया, रणवीर जाटव, गिर्राज दंडोतिया, कमलेश जाटव, रक्षा संतराम सरौनिया, जसवंत जाटव, सुरेश धाकड़, जजपाल सिंह जज्जी, बृजेंद्र सिंह यादव और बीते सप्ताह भर से बेंगलुरु में जमे विधायक रघुराज सिंह कंसाना।