भोपाल, 29 जुलाई । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना की जांच के लिए एंटीजन टेस्ट को बढ़ावा देने पर जोर दिया है। इस टेस्ट की शुरुआत की जा रही है।
मुख्यमंत्री चौहान स्वयं कोरोना संक्रमित हैं और उनका राजधानी के कोविड सेंटर में इलाज चल रहा है। आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी के अनुसार, चौहान ने वीडियो कांफेंसिंग के जरिए कोरोना की स्थिति और व्यवस्थाओं की समीक्षा की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि त्वरित गति और बड़ी संख्या में कोरोना की जांच करने के लिए एंटीजन टेस्ट को भी मध्यप्रदेश में बढ़ावा दिया जाए। इसके माध्यम से कोरना की रिपोर्ट 20 मिनट में ही मिल जाती है। विशेष रूप से बिना लक्षण वाले व्यक्तियों के टेस्ट के लिए यह अत्यंत उपयोगी है।
चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोरोना की भावी रणनीति लॉकडाउन माइनस होना चाहिए। यानी ऐसी रणनीति बनाई जाए, जिसमें बिना लॉकडाउन किए कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण किया जा सके। प्रदेश की अर्थव्यवस्था को गतिमान भी करना है। इसके लिए पूरी तरह जनता को कोविड-19 के संबंध में जागरूक करना होगा तथा सवरेत्तम उपचार व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी।
उन्होंने कहा, प्रदेश में जनता की स्वास्थ्य रक्षा के लिए हम हर संभव कदम उठाएंगे। वित्तीय संकट के चलते दूसरे मदों में बजट की कुछ कमी की जा सकती है, परंतु कोरोना से बचाव एवं उपचार में बजट की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।
आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी के अनुसार, समीक्षा में पाया गया कि प्रदेश में भोपाल में सर्वाधिक 199 नए कोरोना संक्रमित पाए हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को भोपाल पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। हमीदिया अस्पताल में मृत्युदर अधिक होने को मुख्यमंत्री ने अत्यंत गंभीरता से लिया तथा वहां सवरेत्तम उपचार की व्यवस्थाओं संबंधी निर्देश मेडिकल कॉलेज के डीन को दिए।
बड़वानी जिले की समीक्षा में भी वहां 101 नए कोरोना संक्रमित मिलने पर मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को विशेष सावधानी एवं सतर्कता बरतते हुए जिले में लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराए जाने के निर्देश दिए।
ग्वालियर में सेना के एक समूह में एक साथ कोरोना संक्रमण पाए जाने पर मुख्य सचिव बैंस ने निर्देश दिए कि इसके लिए एसओपी वर्कआउट की जाए, जिससे कि सेना की टुकड़ियों, पुलिस बल आदि में कोरोना के संक्रमण को प्रभावी ढंग से रोका जा सके।
Source: IANS
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